भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) निवेशकों को बेहतर भविष्य के लिए बचत करने का मौका देती है. एलआईसी की न्यू जीवन आनंद पॉलिसी ग्राहकों को न सिर्फ बचत का अवसर देती है, बल्कि सिक्योरिटी भी उपलब्ध कराती है. स्कीम के तहत आपको बोनस (Bonus) भी मिलते हैं. इस योजना के तहत रिस्क कवर (Risk Cover) पॉलिसी अवधि के बाद भी जारी रहता है. पॉलिसी के तहत आपको सिर्फ 76 रुपये रोजना की बचत करनी होगी. चलिए जानते हैं इस स्कीम के बारे में सबकुछ…
कौन ले सकता है पॉलिसी?
अगर आपकी उम्र 18 साल हो गई है तो एलआईसी की न्यू जीवन आनंद स्कीम ले सकते हैं. यह एक नॉन-लिंक्ड पॉलिसी है. मतलब, इस पैसे को शेयर बाजार में नहीं लगाया जाता है जिसके कारण रिस्क फैक्टर भी ना के बराबर है. वहीं, स्कीम लेने के लिए आपकी उम्र 50 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. स्कीम के तहत कम से कम (Minimum) 1 लाख रुपये का सम एश्योर्ड (Sum Assured) लेना जरूरी है. इस योजना के तहत सम एश्योर्ड की कोई अधिकतम सीमा नहीं (No Maximum Limit) है. आसान शब्दों में समझें तो आप जितना चाहें, उतना तक सम एश्योर्ड ले सकते हैं. मैक्सिमम मैच्योरिटी एज 75 वर्ष है. पॉलिसी टर्म 15 से 35 सालों तक है. पॉलिसी टर्म ही प्रीमियम पेइंग टर्म होगा.
रोजाना करीब 76 रुपए का प्रीमियम
कैलकुलेशन के मुताबिक अगर पॉलिसी होल्डर की उम्र 24 साल है और वह रोजाना आधार पर इस पॉलिसी में 76 रुपए जमा करता है तो मैच्योरिटी पर 10 लाख रुपए मिलेंगे. यह 5 लाख सम अश्योर्ड के लिए प्रीमियम है. इसके लिए सालाना प्रीमियम करीब 27 हजार रुपए का है जो रोजाना आधार पर करीब 76 रुपए का है. 21 सालों के लिए यह पॉलिसी खरीदने पर 21 सालों में कुल 5.65 लाख रुपए जमा करने होंगे. मैच्योरिटी पर बोनस के साथ कुल 10. 40 लाख मिलेंगे.
दो तरह के बोनस का मिलता है लाभ
इस पॉलिसी के साथ दो तरह का बोनस मिलता है. पॉलिसी जितनी पुरानी होगी, वेस्टेड सिंपल रिविजनरी बोनस का लाभ उतना ज्यादा मिलेगा. फाइनल एडिशनल बोनस का लाभ उठाने के लिए पॉलिसी का 15 सालों का होना जरूरी है. डेथ बेनिफिट की बात करें तो अगर पॉलिसी टर्म के दौरान पॉलिसी होल्डर की मौत होती है तो सम अश्योर्ड का 125 फीसदी डेथ बेनिफिट के रूप में मिलेगा. अगर बोनस का लाभ मिलने योग्य होगा तो इसका लाभ भी मिलेगा. अगर पॉलिसी होल्डर की मौत पॉलिसी टर्म के बाद होती है तो सम अश्योर्ड के बराबर पैसा नॉमिनी को मिल जाएगा. मैच्योरिटी पर सम अश्योर्ड बोनस के साथ मिलता है. उसके बाद जब कभी पॉलिसी होल्डर की मौत होगी, उसके परिवार को सम अश्योर्ड के बराबर पैसा फिर से मिलेगा.
मैच्योरिटी का किस तरह मिलेगा लाभ
इस पॉलिसी के तहत मैच्योरिटी और डेथ बेनिफिट को एकमुश्त या इंस्टॉलमेंट में लिया जा सकता है. पॉलिसी होल्डर कुछ हिस्सा एकमुश्त और बाकी इंस्टॉलमेंट में भी ले सकता है. यह इंस्टॉलमेंट 5, 10 और 15 सालों के लिए हो सकता है. टैक्स बेनिफिट की बात करें तो प्रीमियम पर 80 सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. मैच्योरिटी और डेथ बेनिफिट सेक्शन 10(10डी) के तहत टैक्स फ्री होता है.
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