भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने बताया है कि उसकी कुल संपत्ति 38 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की हो गई है. निगम ने बताया है कि मार्च 2021 तक उसका परिसंपत्ति आधार (एसेट बेस) 36,76,170 करोड़ रुपये के कुल इन्वेस्टमेंट और 34,36,686 करोड़ रुपये के जीवन कोष (life fund) के साथ 38 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की बैलेंस शीट के मुताबिक, मार्च 2020 तक इसकी कुल संपत्ति 32 लाख करोड़ रुपये से कम थी. इसका कुल निवेश 30.7 लाख करोड़ रुपये और इसका जीवन कोष 31.1 लाख करोड़ रुपये था.
LIC की 66 वीं वर्षगांठ पर खुलासा
एलआईसी ने अपनी 66 वीं वर्षगांठ पर स्थापना दिवस से एक दिन पहले अपनी अपनी बैलेंस शीट साझा की है. हालांकि, स्पष्ट संकेत तभी होगा मिलेगा जब वह अपने व्यवसाय के अंतर्निहित मूल्य (embedded value) का खुलासा करेगी. कोरोना महामारी के बीच वर्ष FY21 में बैलेंस शीट में 2.1 करोड़ का विस्तार हुआ. नई नीतियों से 1.8 लाख करोड़ रुपये के प्रीमियम के संग्रह के साथ नए व्यवसाय में 3.5 फीसद की वृद्धि हुई. पेंशन और समूह सेवानिवृत्ति के साथ संपत्ति में भी वृद्धि हुई और नए व्यापार प्रीमियम के रूप में 1.3 लाख करोड़ रुपये एकत्र हुए. निगम ने 1.5 लाख करोड़ रुपये के 2.3 करोड़ लाख दावों का भी निपटारा किया.
डिजिटल माध्यम से हुआ रिकॉर्ड भुगतान
बिक्री LIC को प्रथम वर्ष की प्रीमियम आय में 66.2 फीसदी और पॉलिसियों की संख्या में 74.6 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी देती है. इस वर्ष एक नया रिकॉर्ड डिजिटल मोड़ द्वारा पेमेंट को लेकर हुआ है.
LIC के मुताबिक 75 फीसदी भुगतान इस बार डिजिटल माध्यमों के जरिए हुआ है जिसे एक बड़ी सफलता मानी जा रही है. भारत सरकार LIC में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति पर भी विचार कर रही है.
सरकार के इस कदम से विदेशी निवेशकों को कंपनी के प्रस्तावित मेगा IPO में हिस्सा लेने में मदद मिलेगी. इस प्रस्ताव पर सरकार के संबंधित विभागों में फिलहाल चर्चा चल रही है.