Term Insurance for Senior Citizens: जीवन बीमा के मुकाबले कम प्रीमियम और अधिक कवरेज के कारण टर्म इंश्योरेंस की लोकप्रियता बढ रही हैं. टर्म प्लान हर आयु वर्ग के बीच तेजी से लोकप्रिय हुआ है. लेकिन, क्या यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है? वरिष्ठ नागरिक जो रिटायरमेंट के बाद भी काम करते हैं वो टर्म प्लान से अपनी जरूरत और जिम्मेदारियों और दायित्वों का निर्वहन सही तरीके से कर सकते हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि यह तभी फायदेमंद होगा जब उन पर जिम्मेदारियों का बोझ हो. अगर किसी वरिष्ठ नागरिक पर उनके बच्चे निर्भर है या उन्होंने बैंक से लोन लिया है और वो उसको अपनी आय से चुका रहे हैं तो उनके लिए टर्म प्लान ठीक है.
– अपने जीवनसाथी को सुरक्षा प्रदान करने के लिएः एक वरिष्ठ नागरिक के लिए टर्म बीमा आपके जीवनसाथी के लिए आय के स्रोत के रूप में कार्य करता है. यदि आप एक पुरुष हैं और आपकी पत्नी आप पर निर्भर है, तो आपकी मृत्यु के बाद उसके लिए आर्थिक रूप से मुश्किल हो सकती है. ऐसे में आप चाहते हैं कि वह स्वतंत्र हो और उसके खर्चों का ख्याल रखे, तो टर्म प्लान लेना चाहिए.
– अगर आपके आश्रित हैं तो: अगर आपके पैरेंट्स आपके साथ रहते हैं? अगर आपका कोई पार्टनर है या बच्चा है जिसे आपकी मदद की जरूरत है? अगर इनका जवाब हां में है तो आपको टर्म इंश्योरेंस प्लान चालू रखना चाहिए.
– बच्चों के लिए कुछ छोड़ना हैं तो: अगर आपके बच्चे हैं और आप उनके लिए कुछ छोड़ कर जाना चाहते हैं तो टर्म लाइफ इंश्योरेंस पालिसी जरुरी है. अगर आपके उपर कोई आश्रित नहीं है या आपके बच्चे नहीं हैं तो आपके लिए बीमा पालिसी लेना बेकार है. अगर आपके पास इस तरह की जिम्मेदारियां नहीं हैं तो आप रिटायर होने के बाद निवेश के लिए कुछ और विकल्प अपना सकते हैं.
– कर्ज चुकाना बाकी हैं तोः बहुत सारे लोग रिटायरमेंट के बाद भी कई तरह की बैंकिंग देनदारियों से घिरे रहते हैं. उनके लिए टर्म प्लान लेना फायदे का सौदा हो सकता है. यदि आपके उपर कोई कर्ज है तो आपको टर्म प्लान लेना चाहिए. यदि आप अब भी होम लोन या बिजनेस लोन के किस्त का भुगतान कर रहे हैं, और अगर आपने बीमा नहीं लिया और आपकी डेथ हो गयी तो आपके आश्रितों को लोन चुकाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
टर्म प्लान बड़े कवरेज वाला बीमा विकल्प है. इसमें टर्म अवधि पूरी होने पर धारक को रिटर्न में कुछ नहीं मिलता. कुछ कंपनियों ने प्रीमियम की राशि लौटानी शुरू की है लेकिन वह अधिक प्रीमियम वसूलती हैं. जब प्योर टर्म प्लान की बात आती है तो सिर्फ प्रीमियम की रकम पर ध्यान न दें. शर्त और सुविधाओं के बारे में पड़ताल करें. यह एक लंबी अवधि का बीमा योजना होता है, इसलिए कंपनी के चुनाव में सावधानी बरतें.
टर्म प्लान की लोकप्रियता को भुनाने के लिए बीमा कंपनियां 85 साल की उम्र तक कवर जरूर दे रही है, लेकिन इसके एवज में वह प्रीमियम भी अधिक वसूल रही है. 40 की उम्र के बाद ही टर्म प्लान पर प्रीमियम का बोझ काफी बढ़ जाता है. बुजुर्गों को देखना चाहिए कि पॉलिसी का समएश्योर्ड कितना है. पॉलिसी धारक की मौत होने पर बीमा कंपनी सम एश्योर्ड की राशि परिजनों को देती है. अगर टर्म पॉलिसी का सम एश्योर्ड कम और प्रीमियम अधिक हो तो ऑनलाइन प्लान में तुलना करें.
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