आने वाले महीनों में जनरल इंश्योरेंस प्रीमियम 15-20 फीसद तक महंगा हो सकता है. इंश्योरेंस कंपनियों के द्वारा जोखिम प्रबंधन के रूप में खासकर पुनर्बीमा (Reinsurance) की लागत में अनुमानित बढ़ोतरी को देखते हुए बीमा के प्रीमियम में बढ़ोतरी की जा सकती है. सरकारी कंपनी जीआईसी री के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक देवेश श्रीवास्तव ने आगाह किया है कि निकट भविष्य में भारतीय सामान्य बीमा बाजार में प्रीमियम में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. उनका कहना है कि पुनर्बीमा की लागत बढ़ने की वजह से प्रीमियम में इजाफा हो सकता है.
5 महीने में गैर जीवन सामान्य बीमा में 1.02 लाख करोड़ का प्रीमियम
गौरतलब है कि भारत में वित्त वर्ष 2024 के पहले 5 महीनों में गैर जीवन सामान्य बीमा में 1.02 लाख करोड़ रुपए का प्रीमियम दर्ज किया है. देवेश श्रीवास्तव का कहना है कि हम मूल्य निर्धारण के लिए अपना दृष्टिकोण मजबूत तकनीकी आधार पर रखा है और हमने जरूरत के आधार पर मूल्य निर्धारण में सुधार की कोशिश की है.
बता दें कि देवेश श्रीवास्तव का 4 साल का कार्यकाल इस महीने के आखिर में खत्म हो रहा है. गौरतलब है कि 70 फीसद बाजार हिस्सेदारी के साथ जीआईसी री एशिया की तीसरी सबसे बड़ी पुनर्बीमा कंपनी है. श्रीवास्तव का कहना है कि सॉल्वेंसी अनुपात, हानि अनुपात, संयुक्त अनुपात, ग्राहक संतुष्टि बढ़ाने और रिटेंशन में सुधार के लिए लगातार प्रयास किया गया है. उनका कहना है कि हमारा मुख्य ध्यान घाटे को कम करने के साथ ही अनुशासन बनाए रखना है. देश में शाखाएं स्थापित करने वाली 10 से ज्यादा वैश्विक पुनर्बीमा कंपनियों के प्रवेश पर उनका कहना है कि भारतीय बाजार सभी के लिए काफी बड़ा है.