Insurance: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसके इंश्योरेंस (Insurance) के बारे में भी जानना जरूरी है.
हालांकि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के साथ कम जोखिम जुड़ा हुआ है. क्योंकि ईधन से चलने वाले वाहनों के मुकाबले इनमें गति नियंत्रित होती है. बावजूद इसके विभिन्न प्रकार के नुकसान के चलते बीमा करवाना महत्वपूर्ण है.
इलेक्ट्रिक बाइक सेगमेंट अभी शुरुआती चरण में है, इसके नियम पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं.
उदाहरण के लिए, 25 किमी/घंटा की अधिकतम गति के साथ 250W की श्रेणी में आने वाली बाइकों को पंजीकृत होने की आवश्यकता नहीं है न ही उन्हें बीमा या हेलमेट और इसी तरह की आवश्यकता है.
हालांकि, मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत सभी दोपहिया वाहनों के लिए इंश्योरेंस लेना अनिवार्य किया गया है.
इलेक्ट्रिक वाहन में शॉर्ट-सर्किट के कारण नुकसान पहुंचने की आशंका है. इसके अलावा रास्ते में वाहन को नुकसान भी हो सकता है. बीमा पॉलिसी के अभाव में, ऐसे सभी नुकसान और खर्चों को वाहन के मालिक को वहन करना होगा.
ये खर्च वास्तव में बहुत अधिक हो सकते हैं. एक ई-बाइक बीमा पॉलिसी आपको ऐसे सभी जोखिमों से बचाएगी.
दूसरे नियमित वाहन और ई-वाहन के बीमे मुख्य रूप से अपने मौलिक तकनीकी अंतर के आधार पर अलग होते हैं. नियमित वाहन को उनकी इंजन क्षमता पर देखा जाता है.
ई-वाहन में उनकी शक्ति को ध्यान में रखा जाता है. इलेक्ट्रिक वाहन महंगे होते हैं. जबकि रखरखाव लागत और जोखिम कम होते हैं. बीमा प्रीमियम पेट्रोल वाहनों की तुलना में कम होता है.
अधिकांश उपलब्ध इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मॉडल 60 किमी/घंटा की गति से आगे नहीं जाते हैं. कम गति का अर्थ है कम जोखिम, यही कारण से ई-बाइक का बीमा मोटर वाहनों के मुकाबले किफायती होता हैं.
आप अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर बीमा पॉलिसी खरीद सकते है. एक विशिष्ट व्यापक बीमा पॉलिसी आपको चोरी, टक्कर, दुर्घटना, आग, अन्य प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से होने वाले नुकसान जैसे विभिन्न जोखिमों को लेकर कवरेज प्रदान करेगी.
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