गाड़ी का नुकसान होने पर इंश्योरेंस क्लेम करना कोई बड़ी बात नहीं हैं. लेकिन कई बार इंश्योरेंस कंपनियों के पास अजीबो-गरीब क्लेम्स आते हैं जिन्हें सुनकर वो हैरान हो जाते हैं. कई गाड़ी वालों ने आवारों कुत्तों तो कई गुस्साए मोर को गाड़ी के नुकसान की वजह बताकर क्लेम मांगा है. कई लोगों ने इंश्योरेंस क्लेम करते वक्त गाड़ी पर गिरे नारियल को वजह बताया है. एक कार खरीदार ने तो अनजाने में शोरूम में की कांच की खिड़की को ही उड़ा दिया. ऐसे ही कई मोटर दुर्घटना के दावे हैं जो 2023 में कार मालिकों की तरफ से किए गए हैं.
नबंर पर रहा यह केस
सबसे ज्यादा इंश्योरेंस कंपनियों के पास दूसरे वाहन के पीछे से धक्का देने के क्लेम आते हैं. दूसरे नंबर पर गाड़ियों के फ्रंट के टक्कर लगने के केस आए हैं. इंश्योरेंस क्लेम की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हिट एंड रन का केस आता है. इसी लिस्ट में वाहन पर पेड़ों की टहनियों के गिरने से हुआ नुकसान भी शामिल है. ऐसे दावों के लिए बीमा कंपनियां हजारों दावों का भुगतान करती हैं. प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी के डेटाबेस से पता चलता है कि नारियल से होने वाली दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं.
जानवरों ने किया नुकसान
कुछ दावे जानवरों से हुए नुकसान को लेकर भी होते हैं. इश्योरेंस क्लेम करने वालों ने बताया कि गुस्साए मोर ने कार के शीशे में अपना प्रतिबिंब देखकर इतनी बार चोंच मारे कि शीशे टूट गया. कुछ लोगों ने कहा कि गुस्से से भरे हाथी ने कारों को कुचल दिया. असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में हाथियों से कार के नुकसान के दावे आते हैं. बीमा कंपनी गो डिजिट ने हाथी से वाहन को हुए नुकसान के 20 क्लेम पर कंपनी ने पेमेंट किया.
आवारों कुत्तों से परेशान कार मालिक
लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में आवारा कुत्तों से गाड़ी के नुकसान के 110 मामले सामने आए. हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियां दुर्घटना के कारणों का डेटाबेस तैयार नहीं करतीं, लेकिन एक बीमा कंपनी के अधिकारी ने बताया कि गुस्से से भरे मोर कार पर अपनी परछाई को चोंच मारते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं. कई दावे ऐसे भी थे कि कार को भैसों और बकरियों ने गाड़ी को नुकसान पहुंचाया हो. कुछ लोगों ने बंदरों को गाड़ी नुकसान का जिम्मेदार ठहराया.