कोरोना (Corona) की दूसरी लहर में हुईं ज्यादा मौतों का असर इंश्योरेंस कंपनियों के पास आए क्लेम पर दिखाई दिया. एचडीएफसी लाइफ ने सोमवार को पहली तिमाही के फैसले जारी करते हुए बताया कि कंपनी के पास मौत के क्लेमों की संख्या में बीते साल की तुलना में 3 से 4 गुना ज्यादा केस आए हैं. 2022 की पहली तिमाही में एचडीएफसी लाइफ ने 70 हजार से ज्यादा क्लेम का पैसा दिया है.
2021 की पहली तिमाही की तुलना में ज्यादा मौत होने चलते दिए गए क्लेम से कंपनी की कमाई 33% घटकर 302 करोड़ रुपए हो गई है. जीवन बीमा कंपनी ने प्रतिकूल मृत्यु दर के लिए 700 करोड़ रुपए का अतिरिक्त फंड तैयार किया है. कंपनी ने कहा, “हमारा निरंतर दृष्टिकोण अनुभवों के आधार पर समय-समय पर इस रिजर्व फंड की पर्याप्तता की समीक्षा करता रहेगा. हमारी बैलेंस शीट और बैक बुक सरप्लस की ताकत ने हमें विकास को जारी रखने की ताकत और क्लेम के झटकों को सहन करने की क्षमता दी है.” एचडीएफसी लाइफ वर्तमान में 150% की वैधानिक न्यूनतम आवश्यकता के मुकाबले 203% पर सॉल्वेंसी की स्थिति बनाए रखता है.
इससे पहले, कोटक महिंद्रा बैंक ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी कोटक लाइफ के बारे में घोषणा की “दूसरी लहर के कारण बढ़े हुए क्लेम और ज्यादा मृत्यु दर के चलते, कंपनी को उम्मीद है कि जून 2021 को समाप्त हो चुकी तिमाही के लिए शेयरधारक के खाते में 225-275 करोड़ रुपए की अनुमानित सीमा में घाटा हो सकता है.”
मोतीलाल ओसवाल की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2021 में कोविड से होने वाली कुल मौत का आंकड़ा 1.63 लाख के करीब रहा, जबकि वित्तीय वर्ष 2022 में दूसरी लहर के चलते 1.52 लाख लोगों की अनुमानित मौत हुई. क्लेम एक्सपीरिएंस के चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाली तिमाहियों में भी इसका असर दिखेगा.
“ऐसा प्रतीत हो रहा है कि व्यक्तिगत बिजनेस में क्लेम जून में चरम पर थे और अगले कुछ महीनों में इनके सामान्य होने की उम्मीद है. जैसे जैसे लोगों को वैक्सीन लगेगी वैसे वैसे इंफेक्शन का प्रभाव कम हो जाएगा. डिजिटल संपत्तियों का हमारा मौजूदा सूट चैनलों, पार्टनर और कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है. इसने हमें मौजूदा नीतियों की सेवा और नई नीतियां खरीदने दोनों के लिए अपने ग्राहकों को एक बेहतर अनुभव प्रदान करना जारी रखने में सक्षम बनाया है.”
दरअसल, इंश्योरेंस को लेकर बढ़ती जागरुकता के चलते 2022 की पहली तिमाही में एचडीएफसी लाइफ के लिए साल दर साल आधार पर नए कारोबारी मार्जिन में इजाफा और सुधार देखा गया है. Q1 FY22 के लिए NBM 26.2% रहा है, जो पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में 24.3% से अधिक है और पूरे वर्ष FY21 में 26.1% है. नए व्यवसाय का मूल्य 408 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40% अधिक है.
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