Insurance Policy: इंश्योरेंस के साथ जुड़ी दो शब्दावली सम इंश्योर्ड (Sum Insured) और सम एश्योर्ड (Sum Assured) की वजह से लोग दुविधा में पड़ जाते है. यदि आप बीमा लेने जा रहे है तो आपके लिए इन दोनों के बीच के अंतर को समझना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपनी पॉलिसी और जरूरतों के अनुसार सही बीमा राशि का चयन कर सकें. इंश्योरेंस एक्सपर्ट कहते है कि, सुरक्षित भविष्य के लिए अपनी बीमा पॉलिसी के अनुसार इष्टतम सम इंश्योर्ड और सम एश्योर्ड को चुनना चाहिए.
सम इंश्योर्ड
क्षतिपूर्ति के सिद्धांत पर आधारित सम इंश्योर्ड (बीमा राशि) का उद्देश्य नुकसान की सही भरपाई करना है न कि कोई मौद्रिक लाभ प्रदान करना. यह एक ऐसी राशि है, जिसे क्षति, हानि या चोट के लिए एक मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाता है. नोन-लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियों जैसे मोटर बीमा, गृह बीमा, स्वास्थ्य बीमा आदि में भी नुकसान होने पर ऐसा कवर मिलता है. मान लें कि आपके पास 1 लाख रूपये की बेजिक बीमा राशि वाली स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी है. यदि आप अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं और चिकित्सा बिलों में 50,000 रूपये का भुगतान करना पड़ता है, तो बीमा कंपनी पूरी राशि की प्रतिपूर्ति करेगी. हालांकि, अगर आपका मेडिकल बिल 2 लाख रूपये है, तो बीमा कंपनी केवल 1 लाख रूपये का भुगतान करेगी, और आपको अपनी जेब से शेष राशि का भुगतान करना होगा.
सम इंश्योर्ड की गीनती
बेसिक सम इंश्योर्ड चुनते वक्त आपको कुछ बातों को ध्यान में रखनी चाहिए. आपको भविष्य के महंगाई दर को ध्यान में रख कर बजेट के अनुकूल हो ऐसी किफायती बीमा राशि का चयन करना चाहिए. – यदि आप किसी परिसंपत्ति का बीमा कर रहे हैं, तो आपको बीमा की जा रही संपत्ति के मूल्य पर विचार करना चाहिए. – यदि आप अपने स्वास्थ्य का बीमा कर रहे हैं, तो आपको ऐसी राशि का चयन करना चाहिए जो किसी आपात स्थिति में चिकित्सा व्यय को कवर करने के लिए पर्याप्त हो. – यदि फैमिली फ्लोटर प्लान खरीद रहे हैं, तो आपको सभी आश्रितों को कवर करे ऐसी पर्याप्त बीमा राशि लेनी चाहिए. – यदि आप जीवन का बीमा कर रहे हैं, तो आपको अपनी वर्तमान आय और व्यय, किसी भी बकाया वित्तीय देनदारियों और किसी भी आगामी प्रमुख वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में लेनी चाहिए.
सम एश्योर्डः सम एश्योर्ड से पता चलता है कि, आपका बीमा कितने मूल्य का है. यह आपके इंश्योरेंस का मूल्य दर्शाता है. आप जिस पॉलिसी प्लान के लिए साइन अप करते हैं, उसके नियमों और शर्तों के आधार पर, यह राशि तय हो जाती है. इसके पॉलिसी लेने से पहले तय किए गए अमाउंट में ही मिलने की पूरी गारंटी होती है. यह आमतौर पर लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा से जुड़ा है. सम एश्योर्ड को आप सुनिश्चित राशि, बीमित राशि या बीमाकृत राशि कह सकते है. मान लीजिए, आपने 10 लाख रुपये का सम एश्योर्ड वाला गॉरंटीड रिटर्न प्लान खरीदा है, और पोलिसी अवधि के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है तो नोमिनी को 10 लाख रूपये गॉरंटीड इंश्योरेंस सम के रूप में मिल जाते है.
सम एश्योर्ड की गीनती
आपकी आयु आपकी बीमा राशि निर्धारित करती है यदि आप युवा हैं, तो उच्च बीमा राशि का विकल्प चुनें क्योंकि आपके आगे एक लंबा जीवन है. सही सम एश्योर्ड चुनने के लिए यह बातें याद रखें. आपको ऐसी बीमा राशि चुननी चाहिए जो आपके बच्चे की शिक्षा या शादी, आपके परिवार के रहने के खर्च जैसी आपकी सभी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा कर सके. आपकी बीमा राशि आपके सभी आश्रितों जैसे आपके जीवनसाथी, बच्चों, माता-पिता आदि को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए. यह राशि आपकी अनुपस्थिति में आपकी वित्तीय देनदारियों का भुगतान करने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए.
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