युवाओं की बकट लिस्ट में दो चीजें अक्सर होती हैं. एक, अपना खुद का घर खरीदना और दूसरा, अपनी पर्सनल गाड़ी होना. घर खरीदना तो लॉन्ग-टर्म गोल होता है. गाड़ी का सपना फिर भी आसानी से पूरा किया जा सकता है.
अगर आप अपनी पहली गाड़ी खरीदने जा रहे हैं या खरीद चुके हैं, तो उसपर होने वाले सालाना खर्च और खासतौर पर इंश्योरेंस से जुड़े तमाम सवाल मन में उठ रहे होंगे.
कार खरीदने के ठीक बाद आपको उसके लिए इंश्योरेंश खरीद लेना चाहिए. अचानक किसी तरह की परिस्थिति खड़ी होने पर यह आपके बहुत काम आएगा. गाड़ी के मेंटेनेंस और अन्य खर्चों को संभालने में भी यह मदद करेगा.
बीमा कंपनी की ओर से दिए जा रहे विकल्पों को अच्छे से परखें. जो पॉलिसी अच्छा कवरेज देने के साथ आपकी जेब पर बहुत भार नहीं डाल रही हो, उसे चुनें.
इंश्योरेंस पॉलिसी आपके वित्तीय लक्ष्यों के हिसाब से होनी चाहिए. किसी बीमा में लगे ऐड-ऑन उसे जबरदस्ती महंगा बनाते हैं. ऐसी पॉलिसी से बचें. साथ ही, हमेशा डिस्काउंट मांगें.
आप अपने साफ-सुथरे ड्राइविंग रिकॉर्ड, स्टूडेंट स्टेटस, कार में मौजूद सेफ्टी सिस्टम, हाइब्रिड कार या अच्छी जगह पार्किंग करने के आधार पर भी बीमा में बढ़िया डील पा सकते हैं.
कोविड से ठीक हुए मरीजों की गंभीरता के आधार पर इंश्योरेंस देने से पहले वेटिंग पीरियड और मेडिकल जांच होगी.
आप उन ऐड-ऑन को अपनी पॉलिसी में जुड़वा सकते हैं, जो को-पैसेंजर, गाड़ी के तमाम सामान, सीट कवर, टायर आदि को सुरक्षित करने में सहयोग करें. हालांकि, बीमा कंपनी से विस्तार से चर्चा जरूर कर लें कि किन हालात में इस कवर का इस्तेमाल किया जा सकता है.