आईटी कंपनी में जॉब कर रहे अमित टर्म इंश्योरेंस खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं. गूगल पर सर्च करने केे बाद उनके पास एक करोड़ रुपए की पॉलिसी खरीदने के लिए लगातार मैसेज आ रहे हैं. अमित ने बीमा एजेंट से बात की तो वह भी एक करोड़ रुपए का कवर खरीदने की सलाह दे रहा है. क्या अमित को वाकई में एक करोड़ रुपए के बीमा कवर की जरूरत है, वो समझ नहीं पा रहे हैं.
यह सिर्फ अमित की उलझन नहीं हैं… तमाम जीवन बीमा कंपनियां अपने टर्म प्लान का एक करोड़ रुपए के कवर के साथ प्रचार–प्रसार कर रही हैं. इसका कितना प्रीमियम देना होगा, इसकी राशि सालाना नहीं बल्कि महीने के आधार पर बताई जाती है.
अब तो बीमा कंपनियां इससे भी कई कदम और आगे निकल गई हैं. महीना नहीं बल्कि रोजाना के प्रीमियम पर एक करोड़ रुपए का बीमा बेचा जा रहै है. आखिर इसके पीछे बीमा कंपनियों की क्या सोच है? इस बारे में Promore Fintech की डायरेक्टर निशा सांघवी कहती हैं कि बीमा कवर व्यक्ति की सालाना आमदनी, देनदारी, जिम्मेदारी और भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है. ऐसे में हर किसी को एक करोड़ रुपए कवर के टर्म प्लान की जरूरत नहीं है.
सचाई यह है कि रोजाना के प्रीमियम पर कोई बीमा नहीं बेचा जाता. यह सब बीमा कंपनियों की मार्केटिंग की रणनीति का हिस्सा है. एक रुपया रोजाना या फिर 499 रुपए में एक करोड़ रुपए के बीमा कवर के एड ग्राहकों को आकर्षित करने का फंडा है. अगर आपको रोजाना या महीने के प्रीमियम टर्म प्लान मिल भी रहा है तो आपको इससे बचना चाहिए. टर्म प्लान सालाना प्रीमियम पर ही खरीदने में समझदारी है.
कैसे तय करें बीमा कवर?
बीमा की राशि कितनी हो यह तो आपकी जिम्मेदारियों, जरुरतों और भविष्य के वित्तीय लक्ष्य के आधार पर तय होता है. सीएफपी निशा सांघवी कहती हैं कि आपकी सालाना आय का 10 गुना बीमा कवर होना चाहिए. यह बीमा का थंब रूल है. अगर अमित की सालाना आय 6 लाख रुपए है तो उन्हें 60 लाख रुपए कवर का टर्म प्लान लेना चाहिए. अगर अमित के दो बच्चे हैं और उऩकी पढ़ाई के लिए अगले 5 साल में 10 लाख रुपए का खर्च आएगा तो यह राशि कवर में जोड़ लेनी चाहिए. अगर अमित का होमलोन चल रहा है जिसकी बकाया राशि 20 लाख रुपए है तो यह रकम भी बीमा कवर में शामिल हो जाएगी. इस तरह अमित के लिए 90 लाख रुपए के कवर का टर्म प्लान सही रहेगा.
महंगाई को करें शामिल
आमतौर पर टर्म इंश्योरेंस 15 से 30 साल तक की लंबी अवधि के लिए होता है. अगर आप अभी एक करोड़ रुपए का कवर लेते हैं तो और महंगाई का सालाना औसत 5 फीसद है तो 15 साल बाद यह राशि 48 लाख रुपए के बराबर हो रह जाएगी. इसी तरह 20 साल बाद एक करोड़ रुपए की वैल्यू 37.38 लाख, 25 साल बाद 29.53 लाख 30 साल बाद 23.13 लाख रुपए रह जाएगी. अगर महंगाई का औसत 5 फीसद से ज्यादा रफ्तार से बढ़ी तो इस रकम की वैल्यू और भी कम रह जाएगी. इसलिए टर्म प्लान लेते समय कवर में महंगाई के असर को शामिल करना चाहिए.
मनी9 सलाह
टर्म इंश्योरेंस की राशि एक करोड़ देखकर नहीं बल्कि अपनी जरूरत के हिसाब से तय करें. इस दौरान महंगाई के असर को शामिल करना चाहिए. ध्यान रखें.. देश में उच्च शिक्षा का औसत खर्च सालाना आठ फीसद की दर से बढ़ रहा है. अगर बच्चे को बीटेक कराने की योजना है और मौजूदा खर्च 10 लाख रुपए है तो 10 साल बाद इसके लिए 21.58 लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में महंगाई को कवर करने के लिए सालाना आय बढ़ने पर बीमा कवर भी बढ़ा लेना चाहिए.
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