भारत में यातायात के लिए टू-व्हीलर का काफी इस्तेमाल होता है. मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक, बाइक या स्कूटर खरीदने वालों के लिए थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना अनिवार्य है.
महामारी और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के बीच उपभोक्ताओं के पास ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने का विकल्प है. इससे योजना खरीदना आसान हो जाता है. इसके कुछ अतिरिक्त लाभ भी हैं.
ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने की सुविधा देने वाले प्लेटफॉर्म्स तमाम तरह की सेवाएं देते हैं. अलग-अलग योजनाओं के प्रीमियम, अवधि और अन्य ऐड-ऑन के आधार पर उनकी तुलना की जा सकती है.
ऑनलाइन एग्रिगेटर आपकी जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज्ड पॉलिसी भी पेश करते हैं. चंद मिनटों में आपको योजना से जुड़ी सभी जानकारियां ऑनलाइन मिल जाती हैं. इसके लिए अलग से कोई पैसा भी नहीं लगता.
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां ऑनलाइन खरीदारी करने पर प्रीमियम पर खास डिस्काउंट भी देती हैं. अगर आप टू-व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदते हैं तो 90 दिनों से पहले एक्सपायर हो चुके पुराने किसी बाइक इंश्योरेंस की जानकारी नहीं पेश करनी होती है.
पॉलिसी रिन्यू कराना जरूरी होता है, ताकि किसी तरह की कानूनी कार्रवाई में आप फंसे नहीं. ऑनलाइन इंश्योरेंस के मामले में बिना इंस्पेक्शन या डॉक्यूमेंट के रिन्यूअल हो सकता है.
सबसे बड़ा लाभ यह है कि सब कुछ डिजिटल होने के कारण ग्राहकों को AI और चैटबॉट की मदद से 24×7 कस्टमर सपोर्ट दिया जाता है. आप अपनी शिकायत, क्लेम, योजना में बदलाव या कोई ऐड-ऑन के लिए कभी भी आवेदन कर सकते हैं.
आवेदन पर आगे क्या प्रक्रिया हुई है और क्या बाकी है, इसकी जानकारी भी आप हर समय ऑनलाइन पा सकते हैं. डिजिटल पोर्टल अप-टू-डेट रहते हैं. वे सटीक स्टेटस पेश करते हैं. इनकी मदद से कस्टमर सर्विस पहले से कहीं बेहतर हो गई है.
हमारे देश में व्हीकल इंश्योरेंस अनिवार्य है, इसलिए यह जरूरी है कि अच्छा प्रॉडक्ट खरीदा जाए, जो लंबे समय तक साथ दे और आपके पैसे वसूल हो सकें. ऑनलाइन सेल से तमाम प्रॉडक्ट्स तक ग्राहकों की पहुंच आसान हुई है.