Health Insurance: कोरोना के दौर में सभी परिवारों अच्छे कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस कवर की जरूरत को समझा है. इंश्योरेंस के अभाव पर कोविड ही नहीं, कोई भी बीमारी जेब से बाहर खर्च करने पर मजबूर कर सकती है और इस एक मेडिकल इमरजेंसी से पूरे फाइनेंशियल प्लान और इन्वेस्टमेंट गोल्स की गाड़ी पटरी से उतर सकती है. आपको मेडिकल खर्च का वहन करने के लिए दूसरे फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स से पैसा निकालना पड़ सकता है. इसलिए इंश्योरेंस की अनदेखी ना करें. इंश्योरेंस के लिए ऐसी कई सरकारी स्कीमें हैं जिसमें कम खर्च या मुफ्त में आप अपने परिवार के लिए इंश्योरेंस कवर हासिल कर सकते हैं.
साल 2018 में इस स्कीम की शुरुआत की गई थी जिसके तहत प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये का कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन कवर मिलता है. इस स्कीम के तहत करीब 10.74 करोड़ गरीब परिवार फायदा उठा सकते हैं. जो परिवार सोशियो-इकोनॉमिक कास्ट सेंसस 2011 (SECC-2011) में शामिल हैं वे इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं.
स्कीम के तहत हर परिवार को प्रत्येक साल 5 लाख का कैशलेस कवर मिलता है जो सरकारी या पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. किसी भी राज्य में इसका फायदा उठाया जा सकता है. स्कीम में अस्पताल में भर्ती होने के 3 दिन पहले और अस्पताल से निकलने के 15 दिन बाद तक के खर्च का कवर मिलता है – जैसे डायग्नोस्टिक और दवाएं. परिवार कितना भी बड़ा, बराबर कवर मिलता है और इसमें सभी पिछली बीमारियां भी पहले दिन से कवर होती हैं.
आप 14555 पर फोन करके अपनी एलिजिबिल्टी चेक कर सकते हैं. या फिर PMJAY के पोर्टल पर जाकर अपना फोन नंबर डालरकर लॉग-इन करें और एलिजिबिलिटी चेक करें.
इसमें भी प्रति परिवार 5 लाख रुपये का कैशलेस कवर (Cashless Health Insurance) मिलता है और सभी पिछली बीमारियों का कवर शामिल होता है. इसके लिए आपको कोई प्रीमियम भरने की जरूरत नहीं होती. स्कीम के तहत 2245 से ज्यादा अस्पताल शामिल हैं जिनमें इलाज कराया जा सकता है.
किसी भी सहायता के लिए लोग 18003455384 टोल-फ्री नंबर पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं. यहां लॉग-इन कर आप अपनी एलिजिबिलिटी भी देख सकते हैं.
CM Chiranjeevi Yojana: राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना’ में रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तारीख बढ़ा दी गई है. कोरोना महामारी के दौरान हो रही असुविधा के कारण इसे 31 मई 2021 तक बढ़ा दिया गया है. अगर आपने अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो जरूर करवाएं.
राज्य के मुख्यमंत्री ने इस साल के बजट में इस योजना की घोषणा की थी. इसके तहत राज्य के प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज सरकारी और सम्बद्ध निजी अस्पतालों में दिया जायेगा. इस स्वास्थ्य बीमा कवर (Health Insurance Cover) में विभिन्न बीमारियों के इलाज के 1576 पैकेज और प्रोसिजर शामिल किये गये हैं.
मरीज के अस्पताल में भर्ती होने से पांच दिन पहले का चिकित्सकीय परामर्श, जांचें, दवाइयां तथा डिस्चार्ज के बाद 15 दिनों का चिकित्सा व्यय भी निःशुल्क उपचार में शामिल होगा.
इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के पंजीकरण के बाद लेबोरेटरी, ऑपरेशन, दवाएं, मरीज के लिए भोजन और अन्य सेवाएं मुफ्त में मुहैया कराई जाती हैं.
मरीज की यात्रा के शुल्क का भी (300 रुपये) अस्पताल द्वारा भुगतान किया जाता है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को मिलने वाला निश्चित खर्च सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पताल को दिया जाता है.
इन स्कीमों के कार्ड वाले लाभार्थी उपचार के लिए मान्यता प्राप्त अस्पताल जाकर लाभ उठा सकते हैं.
अगर आपकी सालाना आय 2,50,000 रुपये या इससे कम है तो आप जिला कलेक्टर, जिला विकास अधिकारी, उप कलेक्टर या क्षेत्रीय अधिकारी, उप जिला विकास अधिकारी, तालुका मामलतदार / शहरी मामलतदार, तालुका विकास अधिकारी, उप मामलतदार जैसे अधिकारियों से इनकम सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं.
आय सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद, आप परिवार के पांच लोगों के नाम पंजीकृत करा सकते है और मां वात्सल्य कार्ड (Ma Card) प्राप्त कर सकते है, जिसके लिए आपको नजदीकी तालुका कियोस्क का अपॉइंटमेंट लेना होगा.
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