Family Floater: जब आप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदते हैं तो आपके पास दो विकल्प होते हैं, पहला व्यक्तिगत और दूसरा फैमिली फ्लोटर (Family Floater). पहले विकल्प में केवल आपको ही हेल्थ कवर मिलता है, जबकि दूसरे विकल्प में आप, आपकी पत्नी, बच्चे और माता-पिता को हेल्थ कवर प्रदान किया जाता है. यदि आप, परिवार को प्रत्येक सदस्य के लिए व्यक्तिगत प्लान लेने जाएंगे, तो यह आपको बहुत महगा पड़ेगा. जबकि फैमिली फ्लोटर प्लान में आप इससे कहीं कम प्रीमियम पर अपने परिवार के लिए हेल्थ कवर प्राप्त कर सकते हैं. इस प्लान को लेते वक्त निम्न बातों का ख्याल रखना चाहिए:
फैमिली फ्लोटर में, एक सिंगल प्लान के जरिए पूर परिवार को कवर किया जाता है. इसमें कुल बीमित राशि का बंटवारा परिवार के सदस्यों के बीच होता है. यदि किसी के लिए क्लेम किया जाता है तो यह राशि कुल बीमित राशि में से कम हो जाती है.
पॉलिसी को, परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य के नाम पर लेना होता है. वरिष्ठ सदस्य की उम्र और परिवार में सदस्यों की संख्या के आधार पर प्रीमियम का निर्धारण किया जाता है.
फैमिली फ्लोटर प्लान युवा परिवारों के लिए बेहतर होता है. परिवार के बुजुर्ग माता-पिता के लिए अलग से व्यक्तिगत प्लान लेना अच्छा होता है. इसके जरिए अतिरिक्त कवरेज प्राप्त किया जा सकता है. ऐसा करने से फैमिली फ्लोटर प्लान की लागत भी कम होती है.
18 से 25 वर्ष के बच्चे, फैमिली फ्लोटर पॉलिसी का हिस्सा हो सकते हैं. आयु सीमा पार करने के बाद उन्हें अलग से प्लान लेना पड़ता है, हालांकि इस दौरान वेटिंग पीरियड जैसी कुछ सुविधाओं का पालन करना होता है.
फैमिली फ्लोटर प्लान में पॉलिसी की अधिकतम अवधि 65 से 75 वर्ष के बीच होती है. यदि बीमित व्यक्ति ने आयु की अधिकतम सीमा को पार कर लिया है तो उसे इस प्लान के तहत कवरेज मिलना बंद हो जाता है.
पुरानी बीमारियों के मामले में, तय वेटिंग पीरियड के बाद ही हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज प्राप्त होता है. ऐसे वरिष्ठ नागरिक, जिन्हें पहले से कोई पुरानी है, उनके लिए बिना वेटिंग पीरियड वाले व्यक्तिगत प्लान लेना बेहतर होता है.
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