भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद सामान्य और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने कोविड (covid-19) से संबंधित स्वास्थ्य क्लेम (Health claims) के अपने खर्च में गिरावट देखी है. जुलाई-सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही) में बीमा कंपनियों ने 5,000 करोड़ रुपए से अधिक के कोविड स्वास्थ्य क्लेम का निपटारा किया. यह उनके द्वारा पहली तिमाही में तय किए गए 7,700 करोड़ रुपए के क्लेम से 35 फीसदी कम है.
बीमाकर्ताओं ने पहली तिमाही में 7.8 लाख की तुलना में दूसरी तिमाही में लगभग 6.2 लाख कोविड स्वास्थ्य क्लेम का निपटारा किया है.
वहीं वित्त वर्ष 2022 के पहले छह महीनों में बीमा कंपनियों ने 12,702 करोड़ रुपए के 14 लाख क्लेम निपटाए हैं. अगर बात करें वित्त वर्ष 2021 की तो बीमाकर्ताओं ने 7,833 करोड़ रुपए के 849,034 क्लेम का निपटारा किया.
बिजनेस स्टैंडर्ड में प्रकाशित खबर के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के बाद कोविड मरीजों की संख्या में कमी के बाद क्लेम के मामलों में भी कमी आई है.
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस (Bajaj Allianz General Insurance) हेल्थ क्लेम के प्रमुख भास्कर नेरुरकर ने कहा कि अगर हम वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के साथ दूसरी तिमाही की तुलना करते हैं तो कोविड-19 के क्लेम में लगभग 35 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन गैर-कोविड क्लेम में 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
इसलिए कुल मिलाकर स्वास्थ्य क्लेम में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है क्योंकि गैर-कोविड क्लेम वापस पटरी पर आ गए हैं. चूंकि देशभर में कोविड के मामले घट रहे हैं ऐसे क्लेम में धीरे-धीरे कमी आएगी.
उन्होंने आगे कहा कि हम कुछ इलाकों में डेंगू के संक्रमण को बढ़ते हुए देख रहे हैं, इसलिए हम सामान्य क्लेम से अधिक की उम्मीद कर रहे हैं.
वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में हमने पिछले साल के क्लेम के 68 प्रतिशत को पार कर लिया है और वित्त वर्ष 2022 के अंत तक हम पिछले साल के क्लेम के 120-130 प्रतिशत की उम्मीद करते हैं.
बीमा इंडस्ट्री के एक दिग्गज ने कहा, कोविड से संबंधित क्लेम वापस वही हैं जो वे दूसरी लहर से पहले थे. हालांकि कुल मिलाकर पहली तिमाही की वजह से साल काफी खराब रहा.
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