आप जब लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं, तो बीमा कंपनी उसपर मिलने वाले रिटर्न का अनुमानित आंकड़ा साथ में पेश करती है. इंश्योरेंस की भाषा में इसे बेनेफिट इलस्ट्रेशन कहा जाता है.
बेनेफिट इलस्ट्रेशन का ध्यान से रिव्यू करना बेहद जरूरी होता है. इसकी समीक्षा करते समय इन नौ बातों को ध्यान में रखना चाहिए.
सबसे अधिक इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इलस्ट्रेशन में गांटीड रिटर्न का जिक्र हुआ हो.
जीवन बीमा के गारंटी वाले बेनेफिट पर साफ-साफ ‘गारंटीड’ लिखा होना चाहिए.
यह भी चेक करना चाहिए कि पॉलिसी में वेरिएबल बेनेफिट शामिल हैं या नहीं. अगर हैं, तो बेनेफिट इलस्ट्रेशन में इन्हें भी शामिल किया जाना चाहिए.
इन बेनेफिट की फंड वैल्यू को दो अलग प्रोजेक्शन रेट के हिसाब से बताया जाना चाहिए – 4% प्रति वर्ष और 8% प्रति वर्ष.
IMAGE: PIXABAY, टर्म प्लान में लोन नहीं लिया जा सकता है. मनी-बैक पॉलिसी में सस्ती दरों पर लोन प्राप्त किया जा सकता है और इससे आपके प्रीमियम पर भी कोई असर नहीं होता. इन दोनों ही बीमा योजनाओं में टैक्स बेनेफिट प्राप्त होते हैं.
मुमकिन है कि आपको निवेश पर अनुमान से अधिक या कम रिटर्न मिले.
यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) में लागत साफ तौर पर बताई जाती है. इसे बीमा कंपनी आपके सालाना प्रीमियम में से काट लेती है.
IMAGE: PIXABAY, फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ आप अपनी जिंदगी के कई सपने जैसे घर खरीदना, गाड़ी खरीदना, बच्चों की शिक्षा या शादी जैसे कई काम पूरे कर सकते हैं.
Published - August 19, 2021, 03:59 IST
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।