कंपनी की ओर से अचानक प्लान को बंद करना नियामक निर्देशों का उल्लंघन माना जा रहा है. हालांकि बीमाकर्ता की ओर से इसका सार्वजनिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया गया है
अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय और वाशिंगटन में न्याय विभाग की धोखाधड़ी इकाई ये जांचने की कोशिश कर रही है कि क्या गौतम अदानी सहित कंपनी से जुड़े लोग रिश्वतखोरी में शामिल थे