भारत में एक और वैक्सीन को जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है. मंजूरी मिलने के बाद भारत में कुल 3 वैक्सीन इस्तेमाल में लाई जा सकेंगी. मेदांता के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर नरेश त्रेहान का कहना है कि स्पूतनिक V वैक्सीन को एक से दो हफ्ते में मंजूरी मिल सकती है, रेगुलेटर्स वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल के डाटा की जांच कर रहे हैं.
भारत में फिलहाल 2 वैक्सीन इस्तेमाल में हैं- ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन जिसे सिरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया मैन्युफैक्चर कर रहा है और दूसरी है भारत बायोटेक की मेड-इन-इंडिया कोवैक्सीन. अगर एक और वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो भारत में जल्द से जल्द ज्यादा लोगों को वैक्सिनेशन में शामिल किया जा सकेगा. डॉ त्रेहान के मुताबिक, SII के पास फिलहाल एक महीने में 6 करोड़ डोज बनाने की क्षमता है जबकि भारत बायोटेक कोवैक्सीन की 1 करोड़ शॉट बना सकता है. तेजी से सभी तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन होना जरूरी है. इन दोनों के अलावा 3 और वैक्सीन फेज-3 के ट्रायल में है. इसमें से स्पूतनिक V के लिए डॉक्टर रेड्डीज भारत में ट्रायल कर रहा है. रूस के डाटा के मुताबिक, स्पूतनिक V वैक्सीन कोरोना मामलों में 90 फीसदी कारगर है. एक और वैक्सीन को मंजूरी मिलने से भारत उन देशों की बराबरी में होगा जहां तेजी से वैक्सीनेशन पर काम हो रहा है.
विश्व भर में कितनी वैक्सीन?
न्यू यॉर्क टाइम्स के कोविड-19 वैक्सीन ट्रैकर के मुताबिक कुल 41 वैक्सीन पहले फेज के ट्रायल से गुजर चुकी हैं जिसमें 28 फेज-2 और 20 फेज-3 के ट्रायल से गुजर रही हैं. हालांकि कुल 71 वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल की प्रक्रिया में हैं. फेज-3 के ट्रायल से गुजर चुकी या प्रक्रिया में शामिल वैक्सीन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना, रूस के गमेलिया की स्पूतनिक V, जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन और चीन की 3 वैक्सीन शामिल हैं.
US में कितनी वैक्सीन?
अमेरिकी दवा रेगुलेटर US FDA की तरफ से 3 वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी हासिल है. इसमें फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन, मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन और जैनसन की कोविड-19 वैक्सीन शामिल हैं. जैनसन जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की ही दवा कंपनी है. यानि अमेरिका में फिलहाल 3 वैक्सीन को इस्तेमाल में लाया जा रहा है. US में अब तक 5.07 करोड़ लोगों को पहला डोज दिया गया है जो कुल आबादी का 15 फीसदी से ज्यादा है. वहीं 2.54 करोड़ लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है.
UK में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
यूनाइटेड किंग्डम में भी कुल 3 वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी है. इसमें फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का टीका और मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूरी हासिल है. यहां 28 फरवरी तक कुल 2.02 करोड़ लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है जबकि 8.15 लाख लोगों को दूसरा डोज दिया गया है.
इसके अलावा कई और देशों ने वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है. भारत भी वैक्सीन के बड़े निर्यातकों में शामिल है. भारत में 1 मार्च 2021 तक 1.48 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. हाल ही में अफ्रीका, दक्षिण कोरिया में भी कोवैक्स मुहिम के तहत टीकाकरण शुरू हो चुका है.