चीन क्यों खरीद रहा इतना सोना? 11 महीने में 243 टन बढ़ा रिजर्व

दुनिया के कई और केंद्रीय बैंकों ने भी हाल के दिनों में गोल्ड में अपनी खरीद बढ़ाई है.

चीन क्यों खरीद रहा इतना सोना? 11 महीने में 243 टन बढ़ा रिजर्व

दुनियाभर के केंद्रीय बैंक इस साल सोने के बड़े खरीदार बनकर सामने आए हैं. लेकिन दुनिया के सभी केंद्रीय बैंकों में अगर किसी एक देश के केंद्रीय बैंक ने सबसे ज्यादा सोने की खरीद की है तो वह चीन का केंद्रीय बैंक है. पीपुल्स बैंक ऑफ चायना ने पिछले 11 महीने यानि नवंबर 2022 से सितंबर 2023 तक 243 टन सोने की खरीद की है. इस खरीद के साथ चीन के केंद्रीय बैंक का कुल गोल्ड रिजर्व बढ़कर 2192 टन हो गया है जो दुनिया के किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का 6ठा सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है. सितंबर के दौरान चीन के केंद्रीय बैंक ने 26 टन सोने की खरीद की है, इससे पहले अगस्त में भी 29 टन सोने की खरीद की थी.

चीन के केंद्रीय बैंक की बढ़ी गोल्ड खरीद पर सवाल उठ रहा है कि वह अपने गोल्ड रिजर्व को क्यों बढ़ा रहा है? केडिया रिसर्च के डायरेक्टर अजय केडिया इस सवाल का जवाब देते हुए बताते हैं, कि चीन का केंद्रीय बैंक अमेरीकी करेंसी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है. और डॉलर पर निर्भरता को कम करने के लिए ही वह अपने रिजर्व में डॉलर की जगह सोने की हिस्सेदारी को बढ़ा रहा है. यही वजह है कि चीन का केंद्रीय बैंक पिछले 11 महीने से हर महीने बड़ी मात्रा में सोने की खरीदारी कर रहा है.

सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि दुनिया के कई और केंद्रीय बैंकों ने भी हाल के दिनों में गोल्ड में अपनी खरीद बढ़ाई है. भारत के केंद्रीय बैंक RBI ने भी सितंबर के दौरान 7 टन सोने की खरीद की है. इससे पहले अगस्त में पोलैंड के केंद्रीय बैंक ने 18 टन और तुर्किए के केंद्रीय बैंक ने 15 टन सोने की खरीद की है. कई और केंद्रीय बैंक भी हैं जिन्होंने अपने रिजर्व में गोल्ड की होल्डिंग बढ़ाई है.

एक तरफ दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोने में खरीदारी बढ़ा रहे हैं और दूसरी तरफ गोल्ड के वैश्विक एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स सोने अपने रिजर्व से सोना बेच रहे हैं. सितंबर के दौरान गोल्ड के वैश्विक एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स ने अपने रिजर्व से 59 टन सोने की बिक्री की है. दुनियाभर के गोल्ड ETFs की कुल गोल्ड होल्डिंग घटकर 3282 टन रह गयी है जो 42 महीने का निचला स्तर है.

Published - October 13, 2023, 04:57 IST