क्यों घटा सोने का आयात?

देश में वित्त वर्ष 2022-23 में हुआ 35 अरब डॉलर का आयात

क्यों घटा सोने का आयात?

WGC की रिपोर्ट बताती है कि मार्च तिमाही के दौरान दुनियाभर में सोने की निवेश मांग में 51 फीसद की गिरावट आई है. (Photo Credit: FreePik)

WGC की रिपोर्ट बताती है कि मार्च तिमाही के दौरान दुनियाभर में सोने की निवेश मांग में 51 फीसद की गिरावट आई है. (Photo Credit: FreePik)

देश में इंपोर्ट ड्यूटी में हुई बढ़ोतरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढ़ने की वजह से वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश में सोने के आयात में 24 फीसद की भारी गिरावट आई है. अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के दौरान देश में 35 अरब डॉलर का सोना आयात हुआ है. हालांकि सोने के आयात में गिरावट के बावजूद वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान चांदी का आयात 6 फीसद बढ़कर 5.29 अरब डॉलर का रहा है.

एक्सपर्ट का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और कीमतों में तेजी की वजह से सोना आयात में गिरावट दर्ज हुई है. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 2021-22 में 46.2 अरब डॉलर का आयात हुआ था. सोने के आयात से देश के चालू खाते घाटे को कम करने में मदद मिलती है. इस बार आयात में भारी गिरावट से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद नहीं मिली है। वित्त वर्ष 2022-23 में व्यापार घाटा एक साल पहले की अवधि में 191 अरब डॉलर के मुकाबले 267 अरब डॉलर होने का अनुमान था.

आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2022 से इस साल फरवरी तक सोने का आयात घटता गया. मार्च, 2022 में एक अरब डॉलर से बढ़कर यह मार्च, 2023 में 3.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. भारत ने अप्रैल-जनवरी, 2023 के दौरान कुल 600 टन सोने का आयात किया था. सालाना आधार पर इसके आयात का औसत 800-900 टन का रहा है. 2022-23 में जेम्स एवं ज्वेलरी निर्यात तीन फीसद घटकर 38 अरब डॉलर रह गया है.

ज्वेलरी की मांग घटी

ऊंची कीमतों की वजह से आने वाले दिनों में सोने की मांग में नरमी रहने के आसार हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने गत शुक्रवार को मार्च तिमाही के लिए दुनियाभर में सोने की मांग और सप्लाई से जुड़े आंकड़े जारी किए. WGC की रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च तिमाही के दौरान दुनियाभर में ज्वेलरी के लिए सोने की मांग 1 फीसद बढ़कर 478 टन रही है. इसके विपरीत भारत में ज्वेलरी के लिए सोने की मांग में 17 फीसद गिरावट आई है.

निवेश मांग में गिरावट

WGC की रिपोर्ट बताती है कि मार्च तिमाही के दौरान दुनियाभर में सोने की निवेश मांग में 51 फीसद की गिरावट आई है. हालांकि दिसंबर तिमाही से तुलना की जाए तो निवेश मांग 9 फीसद बढ़ी है. लेकिन केंद्रीय बैंकों की खरीद में जोरदार उछाल देखा गया है. मार्च तिमाही के दौरान दुनियाभर में केंद्रीय बैंकों की गोल्ड खरीद 176 फीसद बढ़कर 288 टन रही है. इस बीच गोल्ड की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी का सिलसिला बना हुआ है. घरेलू और विदेशी बाजार में सोने का भाव नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर है.

Published - May 8, 2023, 03:45 IST