COVID-19 Impact on Gold: सोने की चमक बढ़ने लगी है. जब भी कोरोना की लहर जोर पकड़ती है सोने की चाल भी तेज हो जाती है. फरवरी और मार्च में सोने के भाव में थोड़ा नर्म रुख रहा और भाव 44,000 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा लेकिन अप्रैल में कोविड-19 की दूसरी लहर में सोने का भाव बढ़ना शुरू हो गया है. 10 ग्राम सोने का भाव 46,000- 47,000 के स्तर को छू रहा है. बुरे वक्त में सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है और इसकी ‘सेफ हेवन’ अपील लोगों को इसकी तरफ खींचती हैं.
पिछले साल कोरोना संकट की पहली लहर में लोगों ने सोने में जमकर निवेश किया और सोने ने 43% रिटर्न दिए. सोने के इंपोर्ट में 22 फीसदी की बढ़ोतरी रही. अगस्त 2020 में 10 ग्राम सोना 56,191 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. IIFL सिक्योरिटीज़ के VP – रिसर्च, अनुज गुप्ता, के मुताबिक सोना दिवाली तक फिर से 50,000 रुपये के स्तर को पार करने के लिए तैयार हो रहा है. अनुज के मुताबिक सोने में निवेश करने का ये सही वक्त है. फिजिकल गोल्ड (Physical Gold) खरीदें अगर आपको इसकी जरूरत है जैसे कि शादी-त्योहार लेकिन लंबे समय के निवेश के लिए पेपर गोल्ड में अब ढेरों विकल्प लोगों के पास हैं.
गोल्ड ETF और सोवरेन गोल्ड बॉन्ड – गोल्ड से जुड़े दो ऐसे निवेश हैं जहां लोगों का रुझान बढ़ता हुआ दिखा है. एसोसिएशन ऑफ म्युचूअल फंड्स (AMFI) के आंकड़े बताते हैं कि FY21 में गोल्ड ETF 6,918 करोड़ का इन्फ्लो रहा जो FY20 में 1,613 करोड़ ही था यानि साल दर साल 328% की बढ़त. ETFs किसी म्यूचुअल फंड की तरह काम करते हैं और 50 रुपये की कीमत में भी आप गोल्ड की एक छोटी यूनिट खरीद पाते हैं. वहीं SGB में RBI से ब्याज का फायदा मिलता है. अगर निवेश के लिए खरीदना हो तो ये दोनों विकल्प लंबी अवधि के लिए अच्छे हैं.
अक्षय तृतीया अब बस थोड़ी ही दूर है जिस दिन सोना खरीदना (Gold Shopping) शुभ माना जाता है. पिछले साल कोरोना की चपेट में दुकान बंद थे और अक्षय तृतीया में खरीदारी फीकी रही थी. अनुज गुप्ता मानते हैं कि इस साल भी बाजार भले ही बंद हैं लोकिन कई ज्वेलर्स ने अपने दुकानों को ऑनलाइन लाया है और वहां खरीदारी दिखेगी. साथ ही, शादियों के लिए प्री-ऑर्डर्स हैं तो भले ही दुकान बंद हो अभी ज्वेलरी दुकान का धंधा तुरंत मंदा नहीं होगा.
IIFL सिक्योरिटीज़ के अनुज गुप्ता से पूरी बातचीत इस वीडियो में देखें –