भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाने वाले सोवरेन गोल्ड बॉन्ड की तीसरी किस्त आज से शुरू हो गई है. अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास अगले 5 दिन के लिए ये सुनहरा मौका खुला है. 31 मार्च 2021 से खुली तीसरी किस्त 4 जून 2021 तक जारी रहेगी.
SGB की कीमत ट्रांच खुलने के 3 दिन पहले के कारोबारी दिनों के औसत भाव के मुताबिक तय किया जाता है. शुक्रवार को RBI ने जानकारी दी कि 31 मार्च से 4 जून के ट्रांच में एक ग्राम सोने के लिए 4889 रुपये पर निवेश किया जाएगा.
अगर आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से SGB की खरीदारी और डिजिटल मोड से पेमेंट करने पर आपको प्रत्येक ग्राम सोने पर 50 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा. ऐसे निवेशकों को एक ग्राम सोने के लिए 4839 रुपये देने होंगे.
मई से सितंबर 2021 के बीच 6 किस्तें जारी होंगी, जिसमें से ये तीसरी किस्त है जो आज से खुली है. गौरतलब है कि सोवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश सिर्फ ट्रांच खुलने के दौरान ही किया जा सकता है.
सोने के गहने, सिक्के या बार खरीदने के मुकाबले सोवरेन गोल्ड बॉन्ड कई फायदे देता है. इसमें टैक्स छूट से लेकर सुरक्षा जैसे कई पहलू हैं . देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसके फायदे गिनाए हैं –
– SGB पर सालाना 2.5 फीसदी की दर से ब्याज की कमाई होती है जो आपको फिजिकल सोने पर नहीं मिलेगी. ये ब्याज रकम हर 6 महीने पर खाते में जमा होगी.
– फिजिकल गोल्ड जैसे इसे कहीं लॉकर या घर में सुरक्षित रखने की चिंता खत्म. डिजिटल होने की वजह से इनमें सुरक्षा को लेकर ना चिंता रहती है ना ही झंझट.
– ये बॉन्ड स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड भी होते हैं, यानी इन्हें एक्सचेंज पर भी बेचा जा सकता है. लेकिन, इनमें 8 साल का लॉक-इन होता है. पर वहीं, 5 साल बाद निकलने का भी विकल्प है.
– सोने के गहने खरीदने पर या डिजिटल गोल्ड भी खरीदने पर GST देना होता है. सोने के गहनों पर तो मेकिंग चार्ज भी लगता है जो निवेश के लिहाज से अगर आप गहने को बेचकर पैसों की जरूरत को पूरा करने की सोचें तो इस चार्ज की वसूली नहीं सकेगी. सोवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने पर GST या मेकिंग चार्ज नहीं लगता.
– SGB के निवेश पर आपको लोन भी मिल सकता है. इस निवेश को आप बतौर कोलेट्रल इस्तेमाल कर सकते हैं.
– निवेश की मैच्योरिटी पर जब आपको पैसे मिलेंगे तो इसपर कोई टैक्स नहीं लगेगा. बल्कि, फिजिकल सोने की बिक्री पर टैक्स लगता है.