Silver Price Today: साल 2023 के दौरान भारत में चांदी की फिजिकल मांग में 38 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी. सिल्वर इंस्टीट्यूट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक चांदी के बर्तन और चांदी की ज्वैलरी की मांग में भी कमी दर्ज की गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2023 में चांदी का इंपोर्ट 63 फीसद गिरकर 2 साल के निचले स्तर 111.7 मिलियन औंस तक पहुंच गया था.
इंडस्ट्रियल डिमांड 11 फीसद बढ़ी
सिल्वर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल की तुलना में 2023 में चांदी की वैश्विक डिमांड में करीब 11 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. साल 2023 में चांदी की वैश्विक डिमांड 654.4 मिलियन औंस दर्ज की गई थी, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 588.3 मिलियन औंस का था. हालांकि चांदी की ज्वैलरी की वैश्विक मांग में गिरावट देखने को मिली थी. साल 2023 में चांदी की ज्वैलरी की मांग 203.1 मिलियन औंस दर्ज की गई थी, जबकि 2022 में ज्वैलरी की मांग 234.5 मिलियन औंस थी. 2023 में चांदी की वैश्विक फिजिकल मांग भी घटकर 243.1 मिलियन औंस रही थी, जबकि 2022 में वैश्विक फिजिकल मांग 337.1 मिलियन औंस थी. 2023 में चांदी की कुल वैश्विक मांग 1,195 मिलियन औंस दर्ज की गई थी, जबकि 2022 में चांदी की कुल वैश्विक मांग 1,278.9 मिलियन औंस थी.
चांदी की सप्लाई घटी
साल 2023 में दुनियाभर में चांदी की कुल सप्लाई घटकर 1,010.7 मिलियन औंस दर्ज की गई थी, जबकि 2022 में चांदी की कुल सप्लाई 1,015.4 मिलियन औंस रही थी. खदानों से चांदी के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई थी. खदानों से 2023 में 830.5 मिलियन औंस उत्पादन दर्ज किया गया था. साल 2022 में खदानों से चांदी का उत्पादन 836.70 मिलियन औंस था. रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर सप्लाई की तुलना में मांग ज्यादा होने की वजह से चांदी की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. इस साल के शुरुआत से अभी तक चांदी की कीमतों में 30 फीसद का इजाफा दर्ज किया गया है.