इजराइल और हमास के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है. सोने में आई तेजी का फायदा उठाने के लिए ज्यादातर भारतीय अपने पुराने सोने को बेचकर नए गहने खरीद रहे हैं. आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए भी भारतीय अपने पुराने सोने के गहनों के बदले नई ज्वेलरी खरीद रहे हैं. जानकारों का अनुमान है कि दोनों देशों के बीच टकराव जारी रहने से गोल्ड की कीमत में और उछाल आ सकता है.
बता दें फिलिस्तीनी समूह हमास की ओर से शनिवार को इजराइल पर हमला शुरू किया गया था. जिसके चलते भारत में सोने की कीमतें 874 रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़कर 57,415 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. ऐसे में उद्योग से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि अगर पश्चिम एशिया में संघर्ष गहराता है तो सोने की कीमतें 2,500-3,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक बढ़ सकती हैं. सोने में आई तेजी का लाभ उठाने के लिए भारतीय ग्राहकों में सोना एक्सचेंज करने की भावना तेजी से बढ़ रही है. यही वजह है कि सेन्को गोल्ड एंड डायमंड्स और तनिष्क जैसे नामी ज्वैलर्स ने अपने गोल्ड एक्सचेंज कारोबार में वृद्धि दर्ज की है.
एक मीडिया रिपोर्ट को दिए इंटरव्यू में सेन्को गोल्ड एंड डायमंड्स के एमडी और सीईओ सुवंकर सेन ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस त्योहारी सीजन में पुराने सोने का एक्सचेंज 15% तक बढ़ जाएगा क्योंकि सोने की कीमतें बढ़ने लगी हैं. कंपनी के शहरी क्षेत्र के स्टोरों में पुराने सोने के एक्सचेंज का कारोबार 25-30% है, जबकि ग्रामीण स्टोर्स में यह 30-35% है. उन्होंने यह भी कहा कि सोने की कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं और हॉलमार्क (एचयूआईडी) संख्या अनिवार्य हो गई है इसलिए लोग अपने पुराने सोने के आभूषणों को बदलना पसंद कर रहे हैं.
तनिष्क कंपनी के अनुसार गोल्ड एक्सचेंज कारोबार का उसके कुल कारोबार में 41% हिस्सा है. कंपनी चालू वित्त वर्ष में अपने कारोबार का 45% हिस्सा गोल्ड एक्सचेंज से लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, इससे सोने के आयात को कम करने में भी मदद मिलेगी. वहीं मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स का कहना है कि सोने की ऊंची कीमतों और विकसित होती डिजाइन प्राथमिकताओं के कारण लोग पुराने सोने के बदले नया खरीद रहे हैं. कंपनी की इस एक्सचेंज पॉलिसी के तहत वित्त वर्ष 2023 में कुल बिक्री में 36% का योगदान था.
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