सुरेखा: अरे मम्मी तुमसे पहले ही कहा था खाना आज जल्दी बना लेना… बाजार जाना है रितु के साथ… तुम भी कमाल करती हो… बताओ 12 बज रहे हैं…
सुरेखा आज सुबह से बाजार जाने की तैयारी कर रही…. दोस्त रितु की शादी है… उसे शॉपिंग करवानी है… सुरेखा तैयार होकर आनन फानन में निकली ही थी कि… चबुतरे पर मटर छील रही बुआ ने पूछ लिया…
बुआ – अरी सुरेखा कहां दौड़ी जा रही?
सुरेखा – बस बुआ जरा रितु के साथ बाजार जा रहे
बुआ – सादी की खूब तैय्यारी चल रही…हमम (शादी की तैयारी)
सुरेखा – हां बुआ आज सर्राफा बाजार का काम निपटाना है…
बुआ – सोना चांदी खरीदने जा रही थोड़ा ध्यान रखिओ
सुरेखा – बुआ तुम्हारी सारी बात याद है.. रितु बस शादी में पहनने भर को सोना खरीद रही.. और हमे करना था निवेश तो गोल्ड बांड खरीदा है…
बुआ – बहुत बढ़िया बिटिया.. और चांदी?
सुरेखा – चांदी का क्या बुआ? चांदी तो सर्राफे से ही खरीदनी होगी
बुआ – क्या मतलब?
सुरेखा – अरे बुआ मतलब चांदी तो चाहे पहनने को लेनी हो या रखने को वहां थोड़ी ऐसा होता होगा
बुआ – अरी बिटिया पुराने जमाने के हम हैं कि तुम?
सुरेखा – क्या मतलब बुआ?
बुआ – सालभर से ज्यादा हो गया सिल्वर ईटीएफ आए
सुरेखा – अब ये क्या है बुआ?
बुआ – तू चांदी कैसे खरीदती….
सुरेखा – धनतेरस पर पापा चांदी के सिस्के ले आते.. कभी लक्ष्मी गणेश.. करीब 70 सिक्के हो गए हैं बुआ…
बुआ – अरी बिटिया अब चांदी भी डिजिटल खरीदो… जैसे गोल्ड का ईटीएफ वैसे ही चांदी का…
सुरेखा – इसका फायदा क्या क्या है बुआ?
बुआ – देख बेटा न तो बैंक लाकर की जरुरत न तिजोरी की… रिटर्न भी लगभग उतना जितना चांदी में… और फिर मेकिंग चार्ज का पैसा जो बचेगा वो अलग…..
सुरेखा – बुआ उसमें मोटा पैसा चाहिए होता हो न
बुआ – अरे नहीं बिटिया .. 1000 रुपए से शुरू हो जाता है निवेश तो… तेरे मेरे जैसे बहुत सारे लोग ईटीएफ में निवेश करते… ईटीएफ वाले इस पैसे से चांदी या चांदी के उत्पाद खरीदते..
सुरेखा – अच्छा बुआ ये बताओ रिटर्न विटर्न मिलता है या नहीं?
बुआ – एक दम चोखा! पिछले साल तो पूछ ही मत… 19% रिटर्न मिला है चांदी में
सुरेखा – अच्छा
बुआ – और क्या… कल ही पढ़ रही थी मैं अखबार में कि 20 साल में 900% बढ़ी है चांदी
सुरेखा – अरे बुआ अब तो हमारा भी मन ललचा रहा…
बुआ – हां तो जा रितु को खरीदवाना.. उसकी शादी है.. तू मत खरिदिओ…
सुरेखा – अरे बुआ की बातें… अब तो कतई न…
अच्छा बुआ हम चलते हैं अभी…