बहुत से लोग अपने बच्चों की शादी के लिए सोने में निवेश करते हैं. वे पहले से ही गहने खरीद कर रख लेते हैं. मगर बहुत से लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर नकद में कितना सोना खरीदा जा सकता है और क्या इसके लिए पैन या आधार कार्ड जरूरी होता है. इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि नकद में सोना खरीदने के लिए कोई निर्धारित राशि तय नहीं है. हालांकि, आयकर कानूनों में सिंगल लेनदेन को लेकर कुछ नियम हैं. इसके तहत प्राप्तकर्ता पर दो लाख रुपए या उससे अधिक की नकद राशि स्वीकार करने पर प्रतिबंध है. इसलिए आप सोना खरीदने के लिए कोई भी राशि का भुगतान कर सकते हैं, लेकिन आभूषणों की बिक्री के प्रत्येक लेनदेन पर विक्रता दो लाख रुपए या उससे अधिक की नकदी नहीं ले सकता है.
अगर आभूषण विक्रेता दो लाख रुपए से अधिक की नकदी स्वीकार करता है, तो उस पर आयकर विभाग कानूनी प्रावधान का उल्लंघन करने पर स्वीकार की गई राशि के बराबर जुर्माना लग सकता है. इसके अलावा, यदि आप किसी जौहरी से नकद या दूसरे तरीके से दो लाख से अधिक मूल्य का सोना खरीद रहे हैं तो आपको विक्रेता को अपनी पहचान जैसे- पैन कार्ड या आधार कार्ड देना होगा.
निवेश के लिहाज से एसजीबी है बेहतर विकल्प
एक्सपर्ट के मुताबिक जो लोग अपने बच्चों की शादी के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, वे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में निवेश कर सकते हैं. इसमें वे बेहतर रिटर्न पा सकते हैं. आपको SGB के इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% की दर से ब्याज मिलता है. इसके अलावा, जब भी एसजीबी भुनाया जाता है तब इस पर कैपिटल गेन्स नहीं लगात है. इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक सोना लेने के दूसरे भी कई फायदे हैं. जब आप एसजीबी खरीदते हैं तो आपको जीएसटी का भुगतान नहीं करना होगा, जबकि फिजिकल गोल्ड की खरीद के समय आपको जीएसटी का भुगतान करना होगा.