दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना (Gold price) 320 रुपए की गिरावट के साथ 45,867 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक, बुधवार को सोना 46,187 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. हालांकि, चांदी 28 रुपए की मामूली तेजी के साथ 68,283 रुपए प्रति किलो ग्राम पर बंद हुई, जिसका पिछला बंद भाव 68,255 रुपए प्रति किलो था.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना (Gold price today) लाभ के साथ 1,780 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा था, जबकि चांदी 27.16 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही.
बजट में गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी में कटौती के ऐलान के बाद से ही सोने में दबाव देखने को मिला है. गोल्ड अब तक अपने रिकॉर्ड स्तरों से तकरीबन 25 फीसदी नीचे पहुंच गया है. सोने की कीमतों में नर्मी को एक्सपर्ट्स शेयर बाजार की तेजी का भी असर मान रहे हैं.
वायदा बाजार में सोने में लौटी खरीदारी
मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को सोना 158 रुपये की तेजी के साथ 46,395 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 158 रुपये यानी 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ 46,395 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. इसमें 13,640 लॉट के लिये कारोबार किया गया. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों के ताजा सौदों की लिवाली से सोना वायदा कीमतों में तेजी आई. अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.47 प्रतिशत की तेजी दर्शाता 1,781.10 डॉलर प्रति औंस चल रहा था.
कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटीज हेड रविंद्र राव ने गोल्ड पर Money9 के साथ खास चर्चा में बताया कि कमजोर डॉलर और बाजार में बढ़ी नकदी यानि लिक्विडिटी की वजह से गोल्ड में दबाव बना है. वहीं, कोरोना संकट और अनिश्चितता के बीच गोल्ड की कीमतों में तेजी आई. इसी तेजी की वजह से निवेशकों का रुझान गोल्ड ETF (Gold ETF) में बढ़ता दिखाई दिया. हालांकि, इक्विटी यानि शेयर बाजार की रिकॉर्ड तेजी के बाद यहां मुनाफावसूली भी हुई है. इक्विटी बाजार की तेजी में कई निवेशकों ने गोल्ड ETF से पैसे निकाले हैं.
गोल्ड में निवेश का सही समय?
रविंद्र राव के मुताबिक ऐसे में गोल्ड काफी लुभावना लग रहा है ले और थोड़ा-थोड़ा करके इसमें निवेश किया जा सकता है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि सोने में आगे शॉर्ट टर्म में हल्का दबाव देखने को मिल सकता है लेकिन फिर भी गिरावट में सोने की खरीदारी की जा सकती है. उनके मुतबिक किसी भी निवेश को टाइम करना मुश्किल है और गोल्ड में भी थोड़ा-थोड़ा करे निवेश बढ़ने से एवरेजिंग का फायदा मिलेगा.