गोल्ड सेंट्रल के पिछले कार्यक्रम में हमने बताया था कि सोने की कीमतें नया रिकॉर्ड बना सकती हैं और चांदी का भाव भी बढ़ सकता है. हुआ भी वही. घरेलू बाजार में सोने की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ. ग्लोबल मार्केट में भी भाव रिकॉर्ड स्तर के करीब है. चांदी का भाव भी बढ़ गया. और जल्द नया रिकॉर्ड स्तर छू सकता है. लेकिन बड़ा सवाल है कि सोने और चांदी की कीमतों में आई तेजी, आगे भी बनी रहेगी. या भाव टूटेगा? गोल्ड सेंट्रल के आज के कार्यक्रम में हम इन्हीं सवालों का जवाब जानने की कोशिश करेंगे. साथ में सोने और चांदी के बाजार को लेकर अन्य खबरों पर भी नजर डालेंगे. और हमेशा की तरह यह भी पता करेंगे. की दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों तथा सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स सोना खरीद रहे हैं या बेच रहे हैं.
सबसे पहले बात करते हैं गोल्ड के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स की. 10 महीने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है. जब सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स पहली बार. सोने के नेट खरीदार बने हैं. बीते मार्च के दौरान दुनियाभर के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स ने. नेट 32 टन सोने की खरीद की है. और उनकी कुल होल्डिंग 3444 टन हो गई है. इससे पहले पिछले साल अप्रैल से लेकर इस साल फरवरी तक. दुनिया के सभी गोल्ड ETFs की कुल होल्ड होल्डिंग हर महीने घट रही थी. फरवरी में ETFs की कुल गोल्ड होल्डिंग का आंकड़ा 34 महीने के निचले स्तर 3411 टन पर आ गया था. 10 महीने बाद अब जाकर गोल्ड के ETFs सोने के नेट खरीदार बने हैं. और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले महीनों के दौरान उनकी खरीदारी और ज्यादा बढ़ सकती है.
देश में सोने के इंपोर्ट पर ज्यादा टैक्स की वजह से इसके इंपोर्ट में गिरावट देखने को मिली है. वित्तवर्ष 2022-23 में अप्रैल से फरवरी के दौरान देश में सोने का आयात 30 फीसद घटा है. इस दौरान 31.8 अरब डॉलर का सोना देश में इंपोर्ट हुआ है. जबकि वित्तवर्ष 2021-22 में इस दौरान 45 अरब डॉलर से ज्यादा कीमत का सोना देश में इंपोर्ट हुआ था. हालांकि सोने के आधिकारिक इंपोर्ट में तो गिरावट देखने को मिली है. लेकिन ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से. देश में सोने की तस्करी को बढ़ावा मिला है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट कहती है. कि 2022 के दौरान 160 टन सोना तस्करी के रास्ते भारत पहुंचा है.
करीब 7 साल पहले सरकार ने देश में सोने के इंपोर्ट पर लगाम लगाने के लिए जिन 2 योजनाओं.. यानी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड तथा गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को शुरू किया था. उसका असर दिखने लगा है. देश में सोने का आयात तो कम हुआ है. साथ में इन दोनों योजनाओं में निवेश भी बढ़ रहा है. हाल में इन दोनों योजनाओं में हुआ कुल निवेश पहली बार 50 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंचा है. इसमें अधिकतर निवेश सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में हुआ है. जिसमें किए निवेश पर सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का फायदा तो होता है. साथ में अतीरिक्त 2 फीसद ब्याज भी मिलता है.
गोल्ड के बाद अब बात चांदी की करते हैं. घरेलू बाजार में चांदी की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई की तरफ बढ़ रही हैं. भाव 77 हजार रुपए के पार पहुंच गया है. देश में चांदी का इंपोर्ट भी बढ़ रहा है. वित्तवर्ष 2022-23 में अप्रैल से फरवरी के दौरान इंपोर्ट 66 फीसद बढ़कर 5.3 अरब डॉलर का रहा है.
चांदी पर राय
विदेशी बाजार में चांदी अगर 26.88 डॉलर प्रति औंस का स्तर तोड़कर ऊपर जाती है तो भाव 27.70 औंस का स्तर दिखा सकता है, अगर 27.70 डॉलर का स्तर टूटता है तो 28.40 डॉलर प्रति औंस का भाव दिख सकता है।
सोने पर राय
विदेशी बाजार में सोने की कीमतों के लिए 2070 डॉलर प्रति औंस का मजबूत रेजिस्टेंस, 2070 के टूटने पर 2093 डॉलर तक जा सकता है सोना, और 2093 डॉलर का स्तर टूटा तो 2130-2180 डॉलर प्रति औंस का स्तर संभव
गोल्ड फन फैक्ट
क्या आप जानते हैं?
अमेरिका के पास आधिकारिक तौर पर 8133 टन सोने का रिजर्व है जो भारत के आधिकारिक गोल्ड रिजर्व के मुकाबले 10 गुना से भी ज्यादा है.