लगातार बढ़ रही गोल्ड की मांग, सेंट्रल बैंक कर रहे इसकी रिकॉर्ड खरीदारी

गोल्ड की मांग लगातार बढ़ रही है. केंद्रीय बैंक इसकी रिकॉर्ड खरीद कर रहे हैं, लेकिन गोल्ड का भाव करेंसी के फेर से निकल नहीं पा रहा.

लगातार बढ़ रही गोल्ड की मांग, सेंट्रल बैंक कर रहे इसकी रिकॉर्ड खरीदारी

गोल्ड की मांग लगातार बढ़ रही है. केंद्रीय बैंक इसकी रिकॉर्ड खरीद कर रहे हैं. लेकिन गोल्ड का भाव करेंसी के फेर से निकल नहीं पा रहा. मजबूत डॉलर से विदेशी बाजार में कीमतों पर दबाव बना हुआ है, और रुपये की कमजोरी घरेलू बाजार में भाव को सहारा दे रही है. हालांकि मांग और सप्लाई की स्थिति लंबी अवधी में गोल्ड के भाव को सपोर्ट करती हुई नजर आ रही है. सितंबर तिमाही के दौरान दुनियाभर में गोल्ड की कुल मांग 28 फीसद बढ़कर 1181 टन रही और इस दौरान सप्लाई में सिर्फ 1 फीसद बढ़ोतरी हुई है. जुलाई से सितंबर के दौरान दुनियाभर में गोल्ड की आधिकारिक सप्लाई 1215 टन दर्ज की गई है.

मांग के मुकाबले गोल्ड की सप्लाई में आई ज्यादा ग्रोथ इसके भाव पर भी असर डाल सकती है. सितंबर तिमाही के दौरान गोल्ड की मांग में अधिकतर बढ़ोतरी केंद्रीय बैंकों की रिकॉर्ड खरीद की वजह से देखने को मिली है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट कहती है कि सितंबर तिमाही के दौरान दुनियाभर में केंद्रीय बैंकों ने लगभग 400 टन गोल्ड की खरीद की है, जो किसी एक तिमाही के दौरान हुई अबतक की सबसे बड़ी खरीद है, यह पिछले साल की सितंबर तिमाही के मुकाबले 340 फीसद अधिक है.

दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने किसी एक तिमाही में कभी भी गोल्ड की इतनी खरीद नहीं की है. सितंबर तिमाही में सिर्फ केंद्रीय बैंकों ने ही गोल्ड की खरीद नहीं बढ़ाई, बल्कि दुनियाभर में ज्वेलरी के लिए भी मांग बढ़ी है. ज्वेलरी मांग को बढ़ाने में भारत और चीन का सबसे बड़ा योगदान है. लेकिन इस मांग में बढ़ोतरी के बावजूद दुनियाभर के गोल्ड ETF अपने रिजर्व से सोने की बिकवाली कर रहे हैं. गोल्ड ETFs की बिकवाली की वजह से ही सोने के भाव पर दबाव बना हुआ है.
ऊपर से टेक्नोलॉजी सेक्टर से भी सितंबर तिमाही के दौरान गोल्ड की मांग में गिरावट देखने को मिली है. जानकार भी मान रहे हैं कि गोल्ड को ETFs की खरीद से जोड़कर देख रहे हैं.

केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि जब तक अमेरिकी डॉलर में नरमी का संकेत नहीं मिलेगा तब तक गोल्ड के ETFs की खरीदारी लौटने की संभावना कम है. और उनकी खरीदारी लौटने के बाद ही गोल्ड के भाव में तेजी देखने को मिल सकती है. तो आप भी अगर गोल्ड में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो इसकी मांग और सप्लाई को लेकर इन तमाम पहलुओं को जरूर देखें और निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

Published - November 3, 2022, 01:00 IST