ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की वजह से सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग में इजाफा देखा जा रहा है. सोने का भाव अपने ऊपरी स्तरों पर कारोबार कर रहा है. ऐसे में निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि सोने में मौजूदा स्तर से खरीदारी करनी चाहिए या बिकवाली. इस रिपोर्ट में हम इस सवाल का हल जानने की कोशिश करेंगे. दरअसल, मौजूदा समय में मध्य पूर्व में हालात काफी खराब है. ईरान और इजराइल के बीच बढ़ रहे तनाव की वजह से बाजार में उथल पुथल है. अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपए में गिरावट देखने को मिल रही है. अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल में तेजी की वजह से रुपए में कमजोरी का रुख है.
आज के कारोबार में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोना जून वायदा में करीब 400 रुपए की तेजी के साथ 72,660 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार दर्ज किया जा रहा है. वहीं कॉमैक्स पर जून वायदा में करीब 7 डॉलर की मजबूती के साथ 2,390 डॉलर प्रति औंस के आस-पास कारोबार होते हुए देखा गया. बता दें कि मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने की वजह से सोने के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में तेजी फिर से देखने को मिल रही है. इजराइल के सेना प्रमुख ने कहा है कि उनका देश पिछले हफ्ते हुए ईरान के हमले का जवाब देगा. गौरतलब है कि ईरान ने शनिवार को इजराइल पर हमला किया था.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज और करेंसी डिविजन के हेड अनुज गुप्ता के मुताबिक दिसंबर तक सोने की कीमतों में तेजी की संभावना है. हालांकि बीच-बीच में हल्का करेक्शन आ सकता है, लेकिन लंबी अवधि में मजबूती के आसार हैं. उनका कहना है कि दिसंबर तक भाव 75,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपरी स्तर तक पहुंच सकता है.
पृथ्वी फिनमार्ट के डायरेक्टर एवं कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च के हेड मनोज कुमार जैन का कहना है कि इस साल के अंत तक सोने की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना है. हालांकि अजय केडिया की तरह वह भी सोने में ऊपरी स्तरों से करेक्शन की आशंका जता रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि सोने के दाम बहुत ज्यादा गिरावट के आसार कम लग रहे हैं. उनका कहना है कि निवेशकों को फिलहाल सोने में गिरावट पर खरीदारी के मौके तलाशने चाहिए. मनोज जैन के अनुसार दिसंब तक कॉमैक्स पर सोने का भाव 2,700 डॉलर प्रति और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर भाव 78,000 रुपए की ऐतिहासिक ऊंचाई तक पहुंच सकता है.
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक सोने में ऊपरी स्तर से 5-6 फीसद का करेक्शन आ सकता है. हालांकि उनका मानना है कि सोने के फंडामेंटल मजबूत हैं और कीमतों में आई कोई भी गिरावट खरीदारी के लिए सुनहरा अवसर होगा. अजय केडिया कहते हैं कि लंबी अवधि में सोना नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच सकता है. अजय का मानना है कि दिसंबर के आखिर तक सोने का भाव 75,000 रुपए प्रति 10 ग्राम की नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छू सकता है.
ऑगमोंट गोल्ड की हेड रिसर्च डॉ रनिशा चेनानी के मुताबिक घरेलू और विदेशी बाजार में सोने की कीमतों में तेजी पर ब्रेक लग सकता है. उनका कहना है कि ऊपरी स्तर से भाव में 7 से 8 फीसद का करेक्शन आ सकता है. करेक्शन के बाद सोने का भाव 1 से डेढ़ महीने तक सीमित दायरे में रहने की संभावना है यानी न ज्यादा तेजी होगी और न ज्यादा गिरावट आएगी. उनका कहना है कि ऐसे निवेशक जो लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं वह 1 से डेढ़ महीने के कंसोलिडेशन के दौर में खरीदारी कर सकते हैं. रनिशा का कहना है कि दिसंबर तक सोने का भाव 75,000 रुपए का ऊपरी स्तर छू सकता है.