भारत में सोना हमेशा से ही निवेशकों की पहली पसंद रहा है. लेकिन जैसे जैसे इसमें निवेश करने स्वरुप बदलता गया वैसे वैसे मार्केट में डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) की डिमांड भी बढ़ रही है. यही वजह है कि भारत में निवेशकों का गोल्ड ईटीएफ के प्रति आकर्षण बना हुआ है. इस साल फरवरी में उन्होंने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में 491 करोड़ रुपए निवेश किए. निवेशक अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम कम होने, रुपये की विनिमय दर में वृद्धि तथा सीमा शुल्क में कमी से घरेलू बाजार में कम दर का लाभ उठाते हुए निवेश बढ़ा रहे हैं.
एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले जनवरी में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध रूप से 625 करोड़ रुपये और दिसंबर में 431 करोड़ रुपये निवेश किये थे. इससे पहले, नवंबर में स्वर्ण ईटीएफ में 141 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी. स्वर्ण ईटीएफ में निवेश जारी रहने से यह पता चलता है कि निवेशकों के बीच सोने के रूप में इस उत्पाद में निवेश को लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है.
सोने की कीमतों में गिरावट का असर
क्वाटंम म्यूचुअल फंड के वरिष्ठ कोष प्रबंधक चिराग मेहता ने कहा, ‘‘इस साल सोने के मूल्य में 9 प्रतिशत का सुधार आया है. सोने में निवेश करने वाले परिपक्वता दिखा रहे हैं और कीमत नीचे आने पर निवेश बढ़ा रहे हैं. शुद्ध रूप से फरवरी में स्वर्ण ईटीएफ में 491 करोड़ रुपये जबकि जनवरी में 625 करोड़ रुपये निवेश हुए.’’
दाम में कमी का लोग उठा रहे फायदा
उन्होंने कहा कि भारतीय निवेशक घरेलू दाम में नरमी का लाभ उठा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत में आ रही कमी, रुपये की विनिमय दर में वृद्धि तथा सीमा शुल्क में कमी से घरेलू बाजार में सोना सस्ता हुआ है. मेहता ने कहा कि निम्न ब्याज दर के साथ मौजूदा वृहत आर्थिक स्थिति, मौद्रिक विस्तार और उच्च मुद्रास्फीति के बीच निवेशक पैसा रणनीतिक संपत्ति में लगा रहे है. हालांकि अल्पकाल में कुछ कमजोरियों के बावजूद इन परिस्थितियों के कारण इन निवेश संपत्तियों के लिये मध्यम से दीर्घावधि अनुकूल लग रहा है.
6657 करोड़ का निवेश
उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि यह प्रवृत्ति जारी रह सकती है क्योंकि निवेशक कम जोखिम और बेहतर रिटर्न वाले उत्पाद को पसंद कर रहे हैं. वे अपने निवेश पोर्टफोलियो में 10 से 15 प्रतिशत सोने में लगा सकते हैं.’’ पिछले साल स्वर्ण ईटीएफ में 6,657 करोड़ रुपये का निवेश आया था. मार्च और नवंबर 2020 को छोड़कर इस उत्पाद में पूरे साल शुद्ध रूप से निवेश हुआ है. वहीं 2019 में इसमें केवल 16 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. स्वर्ण आधारित संपत्ति का आधार पिछले महीने के अंत में 14,102 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व माह जनवरी 2021 में 14,481 करोड़ रुपये था.