कोविड के बिगड़ते हालात के बीच शुरुआती कारोबार में तेज गिरावट का शिकार हुआ बाजार

सेंसेक्स 1,064.51 अंक या 2.18 फीसदी गिरकर 47,767.52 अंक पर कारोबार कर रहा था. दूसरी तरफ निफ्टी 308.15 अंक लुढ़क कर ट्रेड कर रहा था.

stock market, BSE, NSE, Sensex, Nifty, banking stocks, market fall

Pixabay

Pixabay

देश में कोविड के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,300 से ज्यादा अंक लुढ़क गया. कोविड के बिगड़ते हालात से निवेशकों का मार्केट को लेकर सेंटीमेंट कमजोर पड़ गया और इसके चलते भारी बिकवाली देखने को मिली.

सेंसेक्स में 2.18 फीसदी की गिरावट

सुबह 10.38 पर बीएसई का सेंसेक्स 1,064.51 अंक या 2.18 फीसदी गिरकर 47,767.52 अंक पर कारोबार कर रहा था. दूसरी तरफ निफ्टी 308.15 अंक लुढ़क कर ट्रेड कर रहा था. निफ्टी में 2.11 फीसदी की गिरावट चल रही है और यह 14,309.70 अंक पर बना हुआ था.

कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स पर मौजूद कंपनियों में से फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज और आईटी सेक्टर की इंफोसिस को छोड़कर बाकी सभी कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे.

बैंकिंग शेयरों में भारी गिरावट

बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है.
सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक 4.50 फीसदी गिरकर 826.45 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जबकि ICICI बैंक 4.32 फीसदी गिरकर 542.10 रुपये पर चल रहा था. इसके अलावा, SBI, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक समेत बैंकिंग शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी था.

ऑटो शेयर भी लुढ़के

बैंकिंग शेयरों के अलावा, बजाज ऑटो, मारुति, एनटीपीसी, टाइटन, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे शेयरों में भी गिरावट बनी हुई है.

शुक्रवार को मामूली चढ़कर बंद हुआ था मार्केट

इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 28.35 अंक या 0.06 फीसदी चढ़कर 48,832.03 अंक पर बंद हुआ था. दूसरी ओर, निफ्टी 36.40 अंक या 0.25 फीसदी चढ़कर 14,617.85 पॉइंट्स पर बंद हु था. विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) इस दौरान नेट खरीदार रहे थे. FII ने शुक्रवार को 437.51 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की थी.

स्टॉक मार्केट पर कोविड का डर हावी

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, “भारत में स्वास्थ्य संकट बढ़ गया है और स्थानीय स्तर पर लगाए जा रहे लॉकडाउन और पाबंदियों के चलते मार्केट में गिरावट आ रही है.”

उन्होंने कहा कि 2021-22 के लिए 11 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ और 30 फीसदी से ऊपर की अर्निंग्स ग्रोथ के टारगेट अब हासिल करना मुश्किल जान पड़ रहा है.

Published - April 19, 2021, 10:59 IST