महिलाओं में वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता को बढ़ावा देने और करियर के बारे में मार्गदर्शन करने के लिए आईआईटी मद्रास (IIT Madras) के छात्रों ने एक ऑनलाइन कैंपेन की शुरुआत की है. SHE-CAN नाम के इस अभियान के जरिए संस्थान के छात्र महिलाओं के लिए शिक्षा, कौशल विकास और करियर काउंसलिंग से जुड़े सत्र आयोजित कर रहे हैं। ये अभियान महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार भी साबित हो रहा है.
कोरोना महामारी के इस दौर में महिलाओं को सशक्त करने के मकसद से आईआईटी मद्रास के छात्रों ने अनोखी पहल की है। संस्थान के छात्रों ने SHE-CAN नाम से अभियान शुरू किया है। जिसके तहत महिलाओं के शिक्षा, कौशल विकास और वित्तीय क्षेत्र में अवसरों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा देश भर के स्कूल और कॉलेजों की छात्राओं की करियर काउंसलिंग और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए वित्तीय साक्षरता सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं।
खास बात ये है कि SHE-CAN अभियान के तहत ये सत्र चार भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी, मराठी और तमिल में आयोजित किए गए हैं। इस अभियान का मकसद कोविड महामारी में न्यू नॉर्मल को अपनाने के लिए तैयार करना है।
इस बारे में आईआईटी मद्रास के एक छात्र अभिलाष चक्रवर्ती बताते हैं कि इस अभियान के जरिए महिलाओं को उनके क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मौका और साक्षरता बढ़ाने के लिए सत्र आयोजित करते हैं। हमारा उद्देश्य उन्हें उस क्षेत्र से जुड़ी भी जरूरी जानकारी देना भी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड काल में सरकार ने इस क्षेत्र में छोटे-छोटे उद्योगों आदि के लिए कई योजनाएं और लोन देने की व्यवस्था की है। इस बारे में भी महिलाओं के जानकारी दी जाती है।
वहीं SHE-CAN अभियान के तहत मुंबई और चेन्नई की कामकाजी महिलाओं के लिए वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में जागरूकता सत्र भी आयोजित किए गए।
वहीं देश के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज में शामिल आईआईटी मद्रास के छात्रों की ये पहल सराहनीय है। SHE-CAN अभियान के जरिए महिलाओं में उद्यमिता बढ़ाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इससे करियर को लेकर महिलाओं भ्रम की स्थिति को दूर करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।