Center For Happiness: अब छात्र टेंशनफ्री होकर पढ़ाई कर सकेंगे. इसके लिए पूरे देश में सभी शिक्षण संस्थानों में जल्द ही सेंटर फॉर हैप्पीनेस खोले जाएंगे. केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने देशभर के शिक्षण संस्थानों में ‘सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ (Center For Happiness) स्थापित करने का आह्वान किया है. उनके मुताबिक, यह छात्रों को तनाव मुक्त रखने में मददगार होंगे. केद्रीय मंत्री पोखरियाल भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जम्मू में ‘आनंदम: सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक गुरुदेव श्री. श्री. रविशंकर, आईआईएम जम्मू के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कांबले, आईआईएम जम्मू के निदेशक प्रो. बिद्या शंकर सहाय, आनंदम के अध्यक्ष डॉ. अजिंक्य नवारेजी, आनंदम केंद्र के सलाहकार समिति के सदस्य, आईआईएम जम्मू के संकाय सदस्य एवं छात्र भी उपस्थित थे.
‘आनंदम: सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ एक जरूरी कदम
पोखरियाल ने ‘आनंदम: सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ (Center For Happiness) की आवश्यकता को परिभाषित करते हुए कहा कि छात्रों के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में खुशी को शामिल करना हमारे राष्ट्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है. यह कदम हमारी शिक्षा प्रणाली को नालंदा और तक्षशिला काल के समय की तरह नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी.
‘आनंदम: सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ बदलेगा भारत की शिक्षा प्रणाली
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत ‘आनंदम: सेंटर फॉर हैप्पीनेस’ भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलने का लक्ष्य रखता है. उन्होंने देश के अन्य शिक्षण संस्थानों से भी ‘हैप्पीनेस’ के लिए अपने यहां केंद्र बनाने का आह्वान किया ताकि छात्रों को तनाव मुक्त जीवन जीने में मदद मिल सके.
छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य पर देना होगा ध्यान
इस केंद्र की समसामयिकता पर पोखरियाल ने कहा, आज की इस गतिशील दुनिया में जहां हम रोज नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं खासकर कि कोरोना जैसी महामारी के कारण पैदा हुई नई चुनौतियों के मद्देनजर सभी को विशेष रूप से छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा. मानसिक स्वास्थ्य के बारे में लोगों को संवेदनशील बनाना और उन्हें इसे शारीरिक स्वास्थ्य के समान ही महत्व देने के लिए प्रोत्साहित करना बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में आईआईएम जम्मू में आनंद या खुशी पर आधारित यह केंद्र पूरी तरह से मानसिक कल्याण के लिए समर्पित है एवं यह अपने आप में एक अनूठी पहल है और निश्चित रूप से यह अपनी स्थापना के उद्देश्यों को पूरा करेगा.