भारत तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है. जल्द ही ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभर सकता है. ऐसे में वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक संकेत दिया है. वर्ल्ड बैंक ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2025 के लिए भारत के आर्थिक विकास के पूर्वानुमान को 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 6.6 फीसद कर दिया है.
अपने नवीनतम द्वि-वार्षिक दक्षिण एशिया विकास अपडेट में वर्ल्ड बैंक ने भारत की वित्त वर्ष 2024 की विकास दर 7.5 प्रतिशत आंकी है, जो राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से अनुमानित 7.6 प्रतिशत से थोड़ा कम है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में निवेश में बढ़ोतरी की वजह से अर्थव्यवस्था को गति मिली है. वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण एशिया का ग्रोथ आउटलुक पिछले संस्करण के मुकाबले इस बार मजबूत हुआ है. यह 2024 के लिए 0.4 फीसदी और 2025 के लिए 0.3 फीसदी बढ़ा है. वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने की उम्मीद है. आने वाले कुछ सालों में इसमें तेजी आ सकती है.
इन क्षेत्रों में विकास की संभावना ज्यादा
वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भारत में सर्विसेज और इंडस्ट्री में विकास मजबूत रहने की उम्मीद है. इसके अलावा मजबूत निर्माण और रियल एस्टेट गतिविधि से भी इसमें मदद मिलेगी, जबकि महंगाई का दबाव कम होने की उम्मीद है, जिससे वित्तीय स्थितियों को आसान बनाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा रिपोर्ट में मध्यम अवधि में राजकोषीय घाटा और सरकारी कर्ज में गिरावट का अनुमान जताया है.
सार्वजनिक क्षेत्र पर निर्भर होगा विकास
रिपोर्ट में बताया गया है कि आने वाले दिनों में भारत की विकास गति सार्वजनिक क्षेत्र पर निर्भर करेगी, हालांकि निजी निवेश कमजोर बना हुआ है. ऐसे में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि बढ़े हुए कर्ज, उधार लेने की लागत और राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने के लिए कोशिश की जानी चाहिए. ये विकास पर असर डाल सकते हैं. साथ ही लगातार बढ़ते जलवायु परिवर्तन से निपटने की की सरकार की क्षमता को सीमित कर सकते हैं.