उत्तर प्रदेश : विंध्य क्षेत्र में दिसंबर से घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पानी, मिटेगा पेयजल का सबसे बड़ा संकट

जल परियोजनाओं पर दिन रात काम कर रहे जल जीवन मिशन के अधिकारी दो महीने बाद पानी सप्लाई का ट्रायल-रन करने की तैयारी में हैं.

Drinking water

राज्य सरकार ने इसके लिए झांसी और महोबा समेत बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम लगभग 80 फीसदी पूरा कर लिया है. PC: Pixabay

राज्य सरकार ने इसके लिए झांसी और महोबा समेत बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम लगभग 80 फीसदी पूरा कर लिया है. PC: Pixabay

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के साथ विंध्य क्षेत्र की महिलाओं को भी अब मीलों से पीने का पानी ढोकर नहीं लाना होगा. राज्य के इस बड़े भू-भाग को सरकार पेयजल के सबसे बड़े संकट से जल्द निजात दिलाने जा रही है. सब कुछ योजना के अनुकूल चला तो दिसम्बर माह से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के हजारों गांवों में घर-घर शुद्ध पेय जल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी.

हर घर नल योजना से बड़ा तोहफा देगी सरकार

केंद्र सरकार के सहयोग से चल रही हर घर नल योजना को तय समय से करीब छह महीने पहले पूरा कर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के लाखों लोगों को नए साल से पहले सबसे बड़ा तोहफा देगी.

दिन रात काम कर रहे जल जीवन मिशन के अधिकारी

जल परियोजनाओं पर दिन रात काम कर रहे जल जीवन मिशन के अधिकारी दो महीने बाद पानी सप्लाई का ट्रायल-रन करने की तैयारी में हैं. पेयजल के लिए मशक्कत करने वाले पुरुष और महिलाओं को दिसम्बर माह से पहले हर घर नल योजना के तहत पीने का शुद्ध पानी मिलने लगेगा. राज्य सरकार ने इसके लिए झांसी और महोबा समेत बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम लगभग 80 फीसदी पूरा कर लिया है. अगले दो महीनों में ट्रायल रन के साथ इनकी शुरुआत कर लाखों की आबादी को इसका लाभ दिया जाने वाला है.

प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव ने कहा “हम दिसम्बर से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के हजारों घरों में पेय जल की सप्लाई शुरू करने जा रहे हैं. इसके लिए हमारी तैयारियां पूरी हैं. हमारे 50 फीसदी से अधिक प्लांटों में निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है.”

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि शुद्ध पानी मिलने से इस इलाके के लोगों को बीमारियों से तो निजात मिलेगी ही, साथ ही पानी की उपलब्धता की समस्या भी दूर हो जाएगी. अभी तक यहां के लोग दूर-दराज के हैंड-पम्पों से मिलने वाले जल पर ही आश्रित थे. प्रवक्ता ने कहा कि पिछली सरकारों ने इन दोनों इलाकों में पानी की समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई थी.

बुन्देलखंड क्षेत्र में 32 परियोजनाओं पर तेजी से चल रहा काम

प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव बताते हैं कि बुन्देलखंड क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत 32 परियोजनाओं में कुल 467 पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. इनमें से 43 सतही जल आधारित योजनाएं और 424 भूजल पर आधारित हैं.

इन योजनाओं से 3823 राजस्व ग्रामों के कुल 72,68,705 आबादी के लिये 11,95,265 क्रियाशील गृहजल संयोजन की व्यवस्था की जाएगी. कुल 11,95,265 घरों में शुद्ध पानी की आपूर्ति होगी. इन परियोजनाओं से बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जनपदों के 40 तहसील, 68 विकास खंड और 2,608 ग्राम पंचायतों को लाभ मिलेगा.

यूपी में कुल 78 लाख नल जल कनेक्शन देगी सरकार

जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 2021-22 में 78 लाख नल जल कनेक्शन देगी. राज्य पेजयल स्वच्छता मिशन के इंजीनियरिंग कंसलटेंट बृजेन्द्र कुमार लटोरिया के अनुसार प्रदेश में लगभग साढ़े 97 हजार गावों में 2.63 करोड़ परिवार रहते हैं, जिनमें से अब तक 31.76 लाख यानि 12 प्रतिशत लोगों के घरों में पीने के पानी का नल कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है. पिछले वित्त वर्ष में राज्य ने 19.15 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध कराए थे.

लटोरिया ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस वित्त वर्ष में 59 लाख, 2022-23 में 85.40 लाख और 2023-24 में 90.01 लाख नल जल कनेक्शन दिए जाने की योजना है. इस वित्त वर्ष में अपने पांच जिलों के प्रत्येक ग्रामीण घर में नल कनेक्शन पहुंचा कर इन जिलों को ‘हर घर जल’ बना दिया जायेगा तथा 60,000 गावों में जल-आपूर्ति संबंधी कार्य दिसम्बर माह के अंत तक शुरू हो जाएंगे.

सितम्बर तक 10 हजार अन्य गांव को हर घर जल बनाने की योजना

प्रमुख सचिव ने बताया कि 15 अगस्त 2019 के दिन ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा के बाद से इन 23 महीनों में उत्तर प्रदेश ने लगभग 26.63 लाख ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं. इसके अलावा राज्य के लगभग 3,500 गांव ‘हर घर जल’ घोषित किए गए हैं, यानी इन गावों के हर घर में पीने का शुद्ध जल नल कनेक्शन से मिलने लगा है.

(यह खबर न्यूज एजेंसी पीबीएनएस से ली गई है)

Published - August 3, 2021, 04:43 IST