उदय कोटक ने बताई वो पांच खास बातें जिन पर देश को ध्यान देने की जरूरत

छोटे व्यवसायों के लिए जमानत मुक्त लोन देने वाली क्रेडिट गारंटी योजना के तहत मदद को 3 लाख करोड़ रुपए से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपए कर देना चाहिए.

Financial Planning, Financial Infidelity, Money Mistakes, Money Management, Sharing information with spouse,

उदय कोटक (Uday Kotak) के मुताबिक सरकार को जिन पांच चीजों पर ध्यान देने की जरूरत उनमें वैक्सीनेशन, हेल्थकेयर कैपिसिटी (तीसरी लहर से बचने के लिए), स्कूल, नौकरियां और स्ट्रक्चरल महंगाई है. कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ ने ट्वीट करके बताया कि इस साल भारत को जिन पांच चीजों के बारे में फोकस करना चाहिए उसकी एक लिस्ट बताई है. उसमें वैक्सीनेशन, हेल्थकेयर कैपिसिटी (तीसरी लहर से बचने के लिए), स्कूल, नौकरियां और स्ट्रक्चरल महंगाई है.

कोटक (Uday Kotak) कॉन्फेडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने इससे पहले भी देश की अर्थव्यवस्था को लेकर अपने विचार रखे थे. उन्होंने कहा था कि सरकार को कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए बड़े कदम उठाने होंगे. उसे राजकोषीय खाते से उस व्यवसायों और लोगों की बड़े स्तर पर मदद करनी चाहिए जो कोविड के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. भारतीय अर्थव्यस्था को ऐसी सरकारी मदद की बेहद जरूरत है.

इससे पहले भी रखे थे विचार

कोटक ने कहा था कि महामारी की दूसरी लहर से देश को बुरी तरह झटका लगा है, खासकर अप्रैल और मई के महीने में एक इंटव्यू में उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा था कि उसे छोटे व्यवसायों के लिए जमानत मुक्त लोन देने वाली क्रेडिट गारंटी योजना के तहत मदद को 3 लाख करोड़ रुपए से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपए कर देना चाहिए.

ये मदद आत्मनिर्भर भारत के तहक मिलने वाली क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ECLGS) से अलग होनी चाहिए.

दूसरी लहर के जीडीपी पर प्रभाव को देखते हुए कोटक ने चालू वित्त वर्ष में पिछले वित्त वर्ष के आधार पर 11% की वृद्धि की अपनी शुरुआती उम्मीदों को कम कर दिया है.

मई के शुरुआत में CII अध्यक्ष ने कोविड -19 मामलों की बढ़ती लहर को संबोधित करने के लिए उच्चतम-स्तरीय प्रतिक्रिया उपाय, क्योंकि वर्तमान में जीवन की सुरक्षा ट्रांसमिशन लिंक को काटने के लिए बेहद जरूरी है.

कैपिटल मार्केट

अप्रैल की शुरुआत में उदय कोटक ने कहा कि भारत की ग्रोथ के लिए कैपिटल मार्केट एक इंजन के रूप में है. नीति निर्माताओं को इसे ध्यान में रखने का सुझाव दिया और इसे बनाए रखने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि कैपिटल मार्केट अर्थव्यवस्था का समर्थन करती है और कॉरपोरेट की जीविका के लिए बेहद जरूरी धन जुटाने में मदद करती है. वो लोग जिनके पास कैपिटल था, वो इस कठिन दौर में खुद को बचा ले गए.

Published - July 19, 2021, 03:47 IST