वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश में लगभग 4.10 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का प्रोडक्शन होने का अनुमान है. यह आंकड़ा एक साल पहले के मुकाबले लगभग 17 फीसद अधिक है. इंडियन सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) ने इसकी जानकारी दी है. हालांकि संगठन ने अभी अंतिम आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन इसमें अभी 5,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी और हो सकती है. यानी देश में मोबाइल फोन का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. इसमें पीएलआई योजना का भी बड़ा रोल है.
ICEA ने दी जानकारी
मोबाइल फोन विनिर्माताओं के संगठन ICEA ने अपने शुरुआती अनुमान में बताया है कि एप्पल इंक ने इस वित्त वर्ष में करीब 1,20,000 करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का निर्यात किया, जबकि पिछले साल इसने 90,000 करोड़ रुपये का निर्यात किया था. यानी इसमें 33 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. 2024 में मोबाइल फोन के टोटल प्रोडक्शन वैल्यू का करीब 30 फीसद निर्यात हुआ जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह लगभग 25 फीसद था. सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत वित्त वर्ष 2026 तक 52 से 58 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा है. हालांकि इस बढ़ोतरी के बाद भी सरकार अपने निर्यात के लक्ष्य से काफी दूर है.
लोगों के बीच बढ़ रहा महंगे फोन का क्रेज
घरेलू बाजार में मोबाइल फोन की बिक्री कम हो गई है. इसके बावजूद प्राइस के लिहाज से मोबाइल फोन का प्रोडक्शन लगातार बढ़ रहा है. देश में स्मार्टफोन की सेल्स वैल्यू 14.5 से 15 करोड़ रुपए है. बाजार के जानकारों का कहना है कि स्मार्टफोन का एवेरेज सेलिंग प्राइस (average selling price) बढ़ा है क्योंकि लोगों के बीच महंगे फोन का क्रेज बढ़ रहा है. 5जी फोन की खरीदारी बढ़ने से भी मोबाइल फोन की सेलिंग प्राइस बढ़ी है. ज्यादातर निर्यात प्रीमियम स्मार्टफोन का होता है, जिससे फोन की बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है.
पीएलआई योजना
मोबाइल फोन के कुल उत्पादन में पीएलआई योजना (PLI Scheme) का भी असर दिख रहा है. इस योजना के तहत मोबाइल कंपनियों को उत्पादन का 60 फीसद मोबाइल फोन निर्यात करना होगा. पीएलआई योजना के लिए पात्र कंपनियों में एप्पल इंक के तीन वेंडर- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा) और पेगाट्रॉन के अलावा सैमसंग भी शामिल है.
एप्पल की बड़ी भूमिका
देश में मोबाइल फोन के उत्पादन और प्राइस वैल्यू में एप्पल की बड़ी भूमिका है. वित्त वर्ष 2024 के पहले 11 महीनों में एप्पल फोन का उत्पादन 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया जो एक साल पहले से लगभग 100 फीसद ज्यादा है. यानी लोगों के बीच एप्पल के फोन की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. कंपनी मोबाइल उत्पादन का 68 फीसद निर्यात करती है.
इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत सरकार ने वित्त वर्ष 2026 तक 126 अरब डॉलर के मोबाइल फोन के उत्पादन का लक्ष्य रखा था, जिसके निर्यात से 52 से 58 अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य था.
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