कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर (Travel & Hospitality) के लिए चिंता का विषय है, लेकिन उतना भी नहीं कि पूरा देश एक बार फिर बंद हो जाए. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार इन सेक्टरों का मानना है कि पिछली दो लहरों में देश में जिस तरह के हालात पैदा हुए थे वह शायद नए वेरिएंट में न हो. अगर ऐसा कुछ होता भी है तो देश और सभी सेक्टर्स को बहुत बड़ा नुकसान होगा. भारतीय होटल संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि नए ओमिक्रॉन वेरिएंट और नए यात्रा प्रतिबंधों के चलते शुक्रवार को शेयर बाजार को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा.
दुनिया में बढ़ते मामले के कारण स्थिति खराब बनी हुई है और कोई नहीं जानता कि क्या होने वाला है. कुछ भी पहले से नहीं कहा जा सकता है कि बुकिंग अभी के लिए गिर जाएगी. आगे आने वाले सप्ताह में शायद उम्मीद है कि स्थिति साफ हो जाए. हम भी इंतजार कर रहे हैं कि सरकार की ओर से अधिक जानकारी आए.
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष ज्योति मायाल ने कहा, मुझे लगता है कि सरकार अभी भी निर्णय (अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर) पर विचार कर रही है और हमने इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं सुना है. हम सुन रहे हैं कि कुछ देशों के लोगों को अधिक कड़े नियमों और प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता हो सकती है. मुझे नहीं लगता कि देश अचानक सीमाओं को बंद करने जा रहे हैं. लोग अभी अपनी यात्रा योजनाओं को रद्द नहीं कर रहे हैं. हम सभी इंतजार कर रहे हैं और देख रहे हैं कि क्या होने वाला है.
शनिवार को अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने की योजना की समीक्षा करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद, @PIBHomeAffairs अकाउंट ने रविवार को ट्वीट किया कि वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की तारीख के बारे में वैश्विक स्थिति को देखने के बाद समीक्षा कि जाएगी फिर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा, “कोरोना महामारी की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. यूके के अलावा, जर्मनी, इटली, बेल्जियम, नीदरलैंड और हांगकांग जैसे और देशों में नए वेरिएंट का पता लगा है. कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे भारतीय राज्यों ने चिंताओं के बाद नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.