देश में वस्तुओं का एक्सपोर्ट यानी निर्यात मार्च (Export in March) में घट कर 41.68 अरब डॉलर रह गया है, जबकि 2023-24 के पूरे वित्त वर्ष में यह 3.11 फीसद गिरकर 437.06 अरब डॉलर पर आ गया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चले रहे उठा-पटक जैसे रूस- यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई, ईरान-इजरायल के बीच शुरू हुआ युद्ध और लाल सागर के तनाव के चलते यह गिरावट दिख रही है. वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
कितना रहा देश का ट्रेड डेफिसिट?
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी व्यापार आंकड़ों के अनुसार, मार्च के महीने में देश का आयात यानी इंपोर्ट भी 5.98 फीसद घटकर 57.28 अरब डॉलर पर आ गया. कुल मिलकर वित्त वर्ष 2023-24 के अंतिम महीने में देश का कुल व्यापार घाटा (trade deficit) 15.6 अरब डॉलर का रहा. गौरतलब है कि निर्यात और आयात आंकड़ों के बीच के अंतर को व्यापार घाटा यानी ट्रेड डेफिसिट कहा जाता है.
सरकार की तरफ से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल आयात 677.24 अरब डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 के 715.97 अरब डॉलर से 5.41 फीसद कम है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश का ट्रेड डेफिसिट 240.17 अरब डॉलर था.
वाणिज्य सचिव ने दी जानकारी
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने व्यापार आंकड़ों पर कहा कि पश्चिम एशिया के हालात पर मंत्रालय की नजर बनी हुई है और उस हिसाब से आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि देश से माल एवं सेवाओं का कुल निर्यात (Total exports of goods and services) वर्ष 2022-23 के हाई लेवल से आगे निकलकर 776.68 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2022-23 में यह 776.40 अरब डॉलर था.
माल निर्यात में बढ़ोतरी कैसे?
बर्थवाल ने कहा कि मार्च में 41.68 अरब डॉलर का वस्तु निर्यात हुआ जो बीते वित्त वर्ष में सबसे अधिक है. माल निर्यात में बढ़ोतरी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, दवाएं एवं चिकित्सा, इंजीनियरिंग वस्तु, लौह अयस्क, सूती धागा, हथकरघा उत्पाद और सिरेमिक उत्पाद एवं कांच के बर्तनों की वजह से हुई है.
इन उत्पादों के निर्यात में बढ़ोतरी
इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स का निर्यात 2022-23 के 23.55 अरब डॉलर से 23.64 फीसद बढ़कर 29.12 अरब डॉलर हो गया. इसके साथ ही, दवाओं और औषधि का निर्यात भी 25.39 अरब डॉलर से 9.67 फीसद बढ़कर 27.85 अरब डॉलर हो गया. वहीं, 2023-24 में इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट 2.13 फीसद बढ़कर 109.32 अरब डॉलर हो गया.
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि देश का कुल ट्रेड डेफिसिट वित्त वर्ष 2022-23 के 121.62 अरब डॉलर से 35.77 फीसद सुधरकर 2023-24 में 78.12 अरब डॉलर रहने का अनुमान है.