IT सेक्टर: 500-600 कंपनियों के निर्माण का लक्ष्य

IT: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय IT सेक्‍टर को तीन से पांच सालों में 5,000 करोड़ रुपये रेवेन्यू वाली कंपनियां बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए

Sectoral Technology Fund

image: pixabay, मोतीलाल ओसवाल के आलोक देवड़ा के मुताबिक लॉजिस्टिक्स बाजार, जिसकी कीमत 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, इस सेक्टर की मांग में तेजी के साथ 10-12% सीएजीआर (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) की दर से बढ़ने की उम्मीद है.

image: pixabay, मोतीलाल ओसवाल के आलोक देवड़ा के मुताबिक लॉजिस्टिक्स बाजार, जिसकी कीमत 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, इस सेक्टर की मांग में तेजी के साथ 10-12% सीएजीआर (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) की दर से बढ़ने की उम्मीद है.

IT: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग को अगले तीन से पांच सालों में 5,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक रेवेन्यू वाली 500-600 कंपनियों के निर्माण का लक्ष्य रखना चाहिए. इन कंपनियों की संख्या इस समय 25 से 30 है. उन्होंने कोविड महामारी के बाद की दुनिया में वैश्विक अवसरों का दोहन करने के लिए विश्वास एवं प्रतिस्पर्धा के अपने सिद्ध गुणों का लाभ उठाने की अपील की. इलेक्ट्रॉनिक और आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि इंडियन टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए मौजूदा समय एक अभूतपूर्व अवसर का प्रतिनिधित्व करता है. हमें इस मौके का लाभ उठाना चाहिए.

25 कंपनियों का रेवेन्यू 5000 करोड़

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वर्तमान में, ऐसी लगभग 25 इंडियन टेक्नोलॉजी कंपनियां हैं जिनका रेवेन्यू  5000 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा है. मैं गंभीरता के साथ कह रहा हूं कि आने वाले तीन से पांच सालों में हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हम 5000 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा के रेवेन्यू वाली कंपनियों की संख्या 500-600 तक ले जाएं.

दुनिया में ऐसे अवसर पैदा हो रहे हैं जो पहले कभी न थे

चंद्रशेखर ने उद्योग संगठन CII की वार्षिक बैठक में अपने संबोधन में कहा कि पिछले कुछ सालों में देश में बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण की पहल और कोविड महामारी के बाद दुनिया के लिए ऐसे अवसर पैदा हो रहे हैं जो शायद पहले कभी नहीं थे.

उन्होंने कहा, ‘हमने किसी देश के सामने आने वाले सबसे खराब समय यानी कोविड महामारी के दौरान टेक्नोलॉजी की ताकत को देखा है. इस दौरान दुनिया में टेक्नोलॉजी का उपयोग बहुत तेजी से बढ़ा है.

मुझे लगता है कि हमारे पिछले सात सालों से लगातार किए गए प्रयास और कोविड के बाद की दुनिया, हमारे लिए सबसे बड़ा अवसर पेश कर रही है. हमारे सामने ऐसा अवसर है जो इतिहास में हमें कभी नहीं मिला था.  हमें इस मौके का पूरा लाभ उठाना चाहिए.

Published - August 12, 2021, 07:49 IST