देश में अगर तीसरी लहर नहीं आई तो जून 2021 का महीना बेहद महत्वपूर्ण गिना जाएगा क्योंकि इस महीने में न सिर्फ आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार तेज हुई बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों में रिकॉर्ड भर्तियां हुईं हैं. ऑनलाइन जॉब पोर्टल मॉनस्टर.कॉम के मुताबिक 2021 में मई महीने की तुलना में जून में सभी 27 इंडस्ट्रीज में भर्तियों के लेवल पर सकारात्मक ट्रेंड देखा गया.
मॉनस्टर.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में जून के महीने में लॉकडाउन के बाद नौकरियों के स्तर पर काफी सकारात्मक हालात बनते हुए दिखाई दिए हैं. जो बीते मई के महीने से ज्यादा बेहतर साबित हुई. साल दर साल आंकड़ों के आधार पर बात करें तो जून के महीने में टेलीकॉम/इंटरनेट सर्विस क्षेत्र में 39%, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्षेत्र में 32%, लॉजिस्टिक, कुरियर, भाड़े और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में 29% की ग्रोथ दर्ज हुई है. इसके साथ ही एंट्री लेवल नौकरियों की भर्ती में बीते मई महीने की तुलना में जून 2021 में 6% की ग्रोथ दर्ज हुई है.
सर्वे के मुताबिक जिन शहर जहां सबसे ज्यादा नौकरियों के लिए भर्तियां हुईं, उनमें बेंगलुरु (50%), पुणे (28%), हैदराबाद (22%) और चेन्नई (22%). अन्य शहरों में मुंबई (7%), चंडीगढ़ (7%) और दिल्ली (4%) है.
लेकिन कुछ शहर जैसे बड़ौदा (-23%), जयपुर (-18%), कोलकाता (-15%), कोयंबतूर (-3%) और कोच्चि (-1%) ऐसे रहे, जहां गिरावट दर्ज की गई.
मई 2021 की तुलना में जून 2021 में महीने-दर-महीने के हिसाब से देखें तो भर्तियों के मामले में कुछ शहरों में थोड़ी बढ़त दर्ज की गई है. इनमें बड़ौदा (9%), चंडीगढ़ (6%), पुणे (6%) और कोयंबतूर (6%) , बेंगलुरु (2%), कोच्चि (1%) और हैदराबाद (1%) में बढ़त रही.
मॉनस्टर.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक “डिजिटलीकरण और ई-रिक्रूटमेंट के चलते जून 2020 से तुलना करें तो इस साल 2021 में सॉफ्टवेयर हार्डवेयर, टेलीकॉम फंक्शन जैसे क्षेत्रों में नौकरियों में 35% का इजाफा दर्ज हुआ. ”
“लॉकडाउन हटने के बाद से सभी 27 इंडस्ट्रीज में महीने दर महीने के हिसाब से ग्रोथ देखने को मिल रही है. आयात/निर्यात जैसे उद्योग (25%), उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग (14%), शिपिंग/जहाज (11%) और हेल्थकेयर, बायो-टेक्नोलॉजी और लाइफ साइंसेज, फार्मास्युटिकल (10%) जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा महीने दर महीने (जून 2021 v/s मई 2021)आधारित ग्रोथ देखने को मिली है.”
बीते महीने की तुलना में जिन क्षेत्रों में इस महीने ज्यादा रोजगार सृजित हुआ उनमें बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंश्योरेंस, टेलीकॉम/ISP, रियल स्टेट और मीडिया-एंटरटेनमेंट से जुड़े क्षेत्र हैं. यहां तक कि कोरोना के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित रहने वाले ट्रैवल और टूरिज्म क्षेत्र में भी 3% की ग्रोथ दर्ज की गईं.
इस बीच कुछ क्षेत्र ऐसे रहे जहां बहुत ज्यादा नहीं लेकिन बीते मई महीने की तुलना में जून के महीने में 1% की ग्रोथ दर्ज की गई, इनमें कृषि से जुड़ी इंडस्ट्री, एफएमसीजी, फूड और पैक फूड और प्रिटिंग-पैकेजिंग जैसी कंपनियां शामिल हैं.
लेकिन कुछ इंडस्ट्री ऐसी भी रहीं जिन नौकरियों के सृजन के मामले में दूसरी लहर का असर जबरदस्त देखने को मिला. इनमें जून 2020 की तुलना में इस साल जून के महीने में नेगेटिव में ग्रोथ दर्ज करने वाली कंपनियां ट्रैवल और टूरिज्म (-42%), एजुकेशन (-27%) और ऑयल/गैस/पेट्रोलियम और पॉवर (-18%) जैसे नाम शामिल हैं.
पोर्टल के मुताबिक अच्छी बात रही कि एंट्री लेवल जॉब (0 से 3 साल) में महीने दर महीने की ग्रोथ देखें तो वो 6% की रही, जो बीते महीने मई से ज्यादा थी.
जॉब में आई इस व्यापक तेजी का बड़े परिदृश्य पर असर समझने की कोशिश करें तो सुधार की उम्मीद दिखाई देती है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी की निगरानी में बेरोजगारी दर लगभग 14% के उच्च स्तर से नीचे आ गई और जून में एक अंक पर आ गई है.