पिछले दिनों अफगानिस्तान में जो कुछ हो रहा है उससे सारी दुनिया वाकिफ है. अब तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा कर लिया है. जिसका असर भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले व्यापार पर भी पड़ेगा. भारत दक्षिण एशिया में अफगानिस्तान के प्रोडक्ट का सबसे बड़ा मार्केट है. भारत में बढ़ी संख्या में ड्राई फ्रूट्स अफगानिस्तान से आता है. वहीं त्योहार से पहले ही देश में ड्राई फ्रूट्स के भाव में तेजी आ गई है.
भारत में अफगानिस्तान से बढ़ी मात्रा में ड्राई फ्रूट्स को इंपोर्ट किया जाता है. जिन ड्राई फ्रूट्स को इम्पोर्ट किया जाता है उनमें पिस्ता, अंजीर, अखरोट गिरी, सूखे किशमिश, बादाम और सूखे खूबानी शामिल हैं, हालांकि हींग, तरबूज, सेब, चेरी, अनार, केसर और जीरा भी इस देश से इंपोर्ट किया जाता है.
भारत और अफगानिस्तान बड़े स्तर पर व्यापार करते हैं. यह व्यापार दो तरफा होता है. कई चीजें हम अफगानिस्तान को देते हैं तो कई वहां से हमारे यहां आती है. भारत अफगानिस्ता न को काली मिर्च, नारियल, जूट से बना सामान, गेहूं, तंबाकू, कॉफी, इलायची भेजता है. इसके अलावा एंटी-बायोटिक्सो, इंजीनियरिंग का सामान, साबुन, ड्रग्सक, दवाईयां, वेजीटेबल घी, कपड़े, मछली से बने प्रोडक्ट, वेजीटेबल ऑयल, केमिकल प्रॉडक्ट्सव और और इलेक्ट्रिकल सामान, रबर से बने प्रोडक्ट के अलावा कन्फै्क्शरनरी का सामान भी अफगानिस्तान को एक्सपोर्ट करता है.
भारत ने पिछले 20 सालों में अफगानिस्तान में करीब 22 हजार 251 करोड़ रुपये का निवेश किया है. पिछले दो दशक के दौरान भारत ने अफगानिस्ताछन में डेलारम और जरांज सलमा बांध के बीच करीब 218 किमी लंबी सड़क का निर्माण करवाया है. इसके अलावा अफगानिस्ताअन की संसद का निर्माण भी भारत ने करवाया है.
अफगानिस्तान से इंपोर्ट किया जाने वाला माल पाकिस्तान होते हुए वाघा बॉर्डर के जरिए भारत में पहुंचता है. चूकिं अफगानिस्तान चारों और जमीन से घिरा है इसलिए इसके साथ व्यापार सड़क या फिर हवाई मार्ग के जरिए होता है. भारत में ज्यादातर ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति हवाई मार्ग के जरिए की जाती है. भारत में आने वाले ड्राई फ्रूट्स में अफगानिस्तान का बड़ा रोल है.
थोक मार्केट में इतने बढ़ गए दाम
दिल्ली स्थित खारी बावली के सर्व व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष संतेद्र सिंह चौहान का कहना है कि अफगानिस्तान की खबरें आने के बाद से ही मार्केट में ड्राई फ्रूट्स के भाव बढ़ना शुरू हो गए हैं. मार्केट में रिटेल ग्राहक तो कम हैं लेकिन व्यापारियों ने माल स्टॉक करना शुरू कर दिया है जिसके चलते सभी ड्राई फ्रूट्स की कीमत में 100 से 200 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है. यह बढ़ोतरी पिछले एक सप्ताह में हुई है. वहीं खारी बावली में ड्राई फ्रूट्स व्यापारी कंवलजीत बजाज का कहना है कि आने वाले समय में ड्राई फ्रूट्स मार्केट पर 5-7% का असर पड़ेगा.