सीएमआईई के जरिए पूरे भारत में ट्रैक की गई 30-दिवसीय औसत बेरोजगारी दर 8% से नीचे दर्ज की गई है. रिसर्च एजेंसी क्वांटइको के मुताबिक इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन, रेल पैसेंजर ट्रैफिक, किराना और फार्मा-रिलेटेड मोबिलिटी के जरिए अर्थव्यवस्था (Economy) की रफ्तार, महामारी के दौर से पहले मार्च 2020 की तुलना में काफी करीब पहुंच गई है.
18 जुलाई को आई एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक डेली एक्टिविटी और रिकवरी ट्रैकर इंडेक्स इस ओर इशारा करता है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार का लगातार नौवां सप्ताह है, जो सूचकांक के 99.9 पर चढ़ने के साथ, मार्च 2020 में 100 के बेसलाइन स्तर से कुछ ही दूरी पर आ पहुंचा है.
रिपोर्ट के मुताबिक इंडेक्स फरवरी 2021 के शिखर से अब लगभग 3.5% नीचे है, लेकिन सब-इंडेकेटर के लेवल पर प्रभावी रिकवरी दिखाई दे रही है.
कोरोना के चलते अलग-अलग राज्यों में लगे लॉकडाउन अब धीरे-धीरे ढील खुल रहे हैं, उसी के साथ ही अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी बढ़ रही है. अलग-अलग सेक्टरों से प्रदर्शन को लेकर आ रही रिपोर्ट में मिले-जुले संकेत देखने को मिल रहे हैं.
बीते सप्ताह इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन, रेल पैसेंजर ट्रैफिक, ग्रॉसरी, फार्मा और पार्क से जुड़ी मोबिलिटी में इजाफा दर्ज हुआ है. एजेंसी ने उल्लेख किया कि ई-वे बिल, ट्रैफिक कंजेशन लेवल, रेल भाड़ा, ऑनलाइन रेस्तरां की खोज और ट्रैफिक कंजेशन और ऑफिसों से जुड़ी गतिशीलता में अभी कमी दिखाई दे रही है.
दोनों ई वे बिल (जो 50,000 रुपए से अधिक के माल की व्यावसायिक आवाजाही के लिए आवश्यक हैं) और रेल भाड़ा उपभोग के लिए पूरे क्षेत्रों में माल के परिवहन के महत्वपूर्ण संकेतक हैं.
बेरोजगारी, एप्पल ड्राइविंग मोबिलिटी और रिटेल या रिक्रिएसन संबंधी गतिशीलता में अभी गिरावट है.
जहां तक कि क्वांटइको की इकॉनोमिस्ट युविका सिंघल के मुताबिक कम से कम वित्त वर्ष 2022 की दूसरी छमाई में वायरस वेरिएंट के खतरे के चलते ग्राहक की भावना और निजी मांग में अधिक सुधार होने की संभावना है. एजेंसी ने रोजाना लगने वाली की गिरावट पर भी चिंता व्यक्त की है, जो 21 जून को रिकॉर्ड 85 लाख को छू गई थी.
फिलहाल रोजाना लगने वाली वैक्सीन के आंकड़ों पर गौर करें तो उनमें बीते महीने की तुलना में थोड़ा इजाफा हुआ है, जो 35 लाख रोजाना से बढ़कर 42 लाख के आंकड़े पर पहुंच गई हैं. जबकि जून के आखिरी महीने में 62 लाख वैक्सीन एक दिन में लगाई गईं थी. हमारा अनुमान है कि 60 लाख खुराक/दिन की रफ्तार से सिंग डोज जनसंख्या का कवरेज 2021 के अंत के पहले 60 फीसदी तक बढ़ सकता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही को आकार देने के लिए मजबूत क्रमिक विकास देने के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है, जिसका नेतृत्व माल (वैश्विक अनुभव के अनुरूप) से अधिक ‘अनुभवों’ के पक्ष में पक्षपाती मांग के कारण हुआ है.
शहरी और ग्रामीण भारत सहित पूरे देश में बेरोजगारी की दर के आंकड़े केंद्र सरकार द्वारा मॉनिटर किए जाते हैं. जो दहाई के आंकड़ों से घटकर 7 से 8 फीसदी तक के जोन में आ गए हैं. पूरे देश में 18 जुलाई सप्ताहांत तक 30 दिनों की मूविंग औसत बेरोजगारी दर 7.41% के आंकड़े तक पहुंच गई है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बेरोजगारी दर 7% -9% की सीमा में रही है.