छोटी बचत पर बड़ी राहत, इन स्कीमों से जोड़ पाएंगे बड़ा वेल्थ और होगी टैक्स बचत

Small Savings Scheme: इनपर मिलने वाले रिटर्न अन्य सुरक्षित विकल्पों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले ज्यादा है और साथ ही टैक्स बचत भी होती है

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व्यक्ति छोटी राशि के लोन से शुरू करते हैं और धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंस जाते हैं

व्यक्ति छोटी राशि के लोन से शुरू करते हैं और धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंस जाते हैं

Small Savings Scheme: छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए वित्त मंत्रालय ने राहत की खबर दी है. मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा है कि अगली तिमाही के लिए इनपर ब्याज दरों में कटौती नहीं की जाएगी. यानी, 1 जुलाई से 30 सितंबर 2021 तक इन स्कीमों पर पहले के जैसे ही रिटर्न मिलते रहेंगे. गौरतलब है कि हर तिमाही इन छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है. राहत की खबर इसलिए है क्योंकि सुरक्षित निवेश के लिए लाखों लोग इनमें निवेश करते हैं.

ये स्कीमें इसलिए भी निवेशकों को भाती हैं क्योंकि इनपर मिलने वाले रिटर्न अन्य सुरक्षित विकल्पों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले ज्यादा हैं और कम राशि में भी इनमें निवेश की शुरुआत की जा सकती है. यही नहीं, इनमें से ज्यादातर स्कीमों टैक्स बचत का भी फायदा होता है. यहां आप जान सकते हैं कि कौन सी स्कीमें इसमें शामिल हैं और उनपर कितनी कमाई हो रही है.

छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर
पब्लिक प्रोविडेंट फंड 7.10%
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट 6.80%
सुकन्या समृद्धि योजना 7.60%
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम 7.40%
पोस्ट ऑफिस 5 साल के डिपॉजिट 6.70%
टर्म डिपॉजिट (1 साल) 5.50%
रेकरिंग डिपॉजिट (5 साल) 5.80%
किसान विकास पत्र 6.90%

सुकन्या समृद्धि योजना

10 साल तक की बेटी के नाम पर अभिभावक खाता खुलवा सकते हैं. एक बेटी के नाम पर सिर्फ एक खाता ही खोला जा सकता है. परिवार में अधिकतम 2 बेटियों के लिए सुकन्या खाता खोला जा सकता है. अभिभावक के पहचान पत्र और अन्य कागजात के साथ ही बेटी का जन्म प्रमाण पत्र भी चाहिए होगा.

ये खाता आप किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक ब्रांच में खुलवा सकते हैं. साथ ही, इसे किसी भी और ब्रांच में ट्रांसफर भी करवा सकते हैं.

इस खाते में एक साल में कम से कम 250 रुपये निवेश करने होंगे. खाता खुलवाने पर भी इतने ही पैसे डालने होंगे. स्कीम में अधिक्तम 1.5 लाख रुपये सालाना जमा किए जा सकते हैं.

किसान विकास पत्र

इसमें निवेश करने वाले की उम्र कम से कम 18 साल होना जरूरी है. हालांकि योजना में नाबालिग भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसकी देखरेख उनके पेरेंट्स को करनी होगी. सिंगल अकाउंट के अलावा जॉइंट अकाउंट की भी सुविधा है. किसान विकास पत्र बचत स्कीम में इस समय 6.9% ब्याज मिल रहा है.

इसमें ढाई साल का लॉक इन पीरियड रखा गया है. किसान विकास पत्र में निवेश करने की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है. हालांकि आपका न्यूनतम निवेश 1000 रुपये का होना चाहिए. इसके तहत जमा राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर छूट मिलती है.

सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम

ये सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में पोस्ट ऑफिस के जरिए या बैंक के जरिए भी निवेश कर सकते हैं. इस खाते में कम से कम 1,000 रुपये का निवेश करना होता है और अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश किए जा सकते हैं

स्कीम पर सालाना 7.4 फीसदी की दर से ब्याज की कमाई होती है जिसकी पेमेंट हर तिमाही के अंत में की जाएगी. लेकिन ध्यान रहे कि इस ब्याज पर ब्याज की कमाई नहीं होती. ये ब्याज सीधे आपके सेविंग्स खाते में या पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स खाते में क्रेडिट होगी. ये रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज से ज्यादा है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड

इसमें अभी 7.1% ब्याज मिल रहा है. स्कीम के तहत अकाउंट बैंक या पोस्ट ऑफिस में कहीं भी खोला जा सकता है.

इसके अलावा इसे किसी भी बैंक में या किसी भी पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी किया जा सकता है. खाता केवल 500 रुपये से खोला जा सकता है.

इस अकाउंट में हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपये ही जमा किए जा सकते हैं. यह स्कीम 15 साल के लिए है, जिससे बीच में रकम नहीं निकाली जा सकती है, लेकिन इसे 15 साल के बाद 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.

इसे 15 साल के पहले बंद नहीं किया जा सकता है, लेकिन 3 साल बाद से इस अकाउंट के बदले लोन लिया जा सकता है. अगर कोई चाहे तो इस अकाउंट के 7वें साल से नियमों के तहत पैसा निकाल सकता है.

इस योजना में निवेश के जरिए 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स की छूट का लाभ लिया जा सकता है.

पिछली बार कटौती का फैसला लिया था वापस

सरकार ने इससे पहले एक अप्रैल को पहली तिमाही के लिये लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर में 1.1 प्रतिशत की कटौती को गलती से हुआ बताकर तुरंत वापस ले लिया था. इससे पहली तिमाही की ब्याज दरें पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही की दरों पर बनीं रही. इस कटौती को जिसे सरकार ने वापस ले लिया था कईयों ने पिछले कई दशकों में सबसे बड़ी कटौती बताया.

Published - July 1, 2021, 03:05 IST