कोरोना की दूसरी लहर के बाद मकानों की बिक्री में इजाफा हुआ है. इसकी प्रमुख वजह होम लोन दरों का कम होना और IT/ITeS सेक्टर में नई नौकरियों का बढ़ना है. साल 2021 की दूसरी तिमाही में देश के प्रमुख 7 शहरों में मकानों की बिक्री में 113 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. कुल Anarock के मुताबिक, बिक्री में MMR का हिस्सा 33% है, जबकि NCR की हिस्सेदारी 16% है. इस बीच, बीते वर्ष भर में इन 7 शहरों में नई रियल एस्टेट परियोजनाओं में 98 फीसदी की वृद्धि हुई है. MMR में यह सबसे ज्यादा बढ़ा है. इस दौरान यहां 16,510 यूनिट तैयार हुए हैं. इसी तरह हैदराबाद में भी करीब 14,690 तैयार हुए हैं.
Anarock Group के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है, “IT/ITeS के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढ़ी है. 2021 की तीसरी तिमाही के दौरान IT/ITeS और वित्तीय सेक्टर में नौकरियों की संख्या बढ़ी है. साथ ही इन दिनों होम लोन पर ब्याज दरें भी काफी कम हैं. इसके अलावा वैक्सीनेशन की तेजी से भी लोग साइट विजिट करने जा रहे हैं.”
नई लॉन्चिंग
पुरी के अनुसार, “नई लॉन्चिंग में 98 फीसदी का इजाफा हुआ है. MMR और NCR दो ऐसे क्षेत्र हैं जो कुल बिक्री में करीब 50% योगदान दे रहे हैं.” इस दौरान टॉप-7 शहरों में मकानों की कीमतों में औसतन 3 फीसदी सालाना की वृद्धि हुई है. 2021 की तीसरी तिमाही में यह रेट करीब 5,760 प्रति वर्ग फीट हो गई.
किफायती मकान
Poddar Housing and Development Ltd के एमडी रोहित पोद्दार का कहना है, “महानगरों में, कुल बिक्री की तुलना में, 50 लाख रुपए से कम कीमत की मकानों की हिस्सेदारी करीब 43 फीसदी रही. इससे पता चलता है कि किफायती मकानों की मांग अच्छी बनी हुई है. आने वाले त्योहारी सीजन में इसमें अधिक इजाफा हो सकता है. व्यावसायिक रियल एस्टेट सेक्टर में 6 फीसदी ग्रोथ यह बताती है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद भी यह क्षेत्र मजबूत हो रहा है. जैसे-जैसे हालात बेहतर होते जाएंगे, वैसे-वैसे मांग में बढ़ोतरी होती जाएगी.”