देश में हाई सैलरी की फिर से वापसी हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, वेतन में बढ़ोतरी (salary hike) का अनुमान 2021 के आठ प्रतिशत से अधिक 2022 के लिए 9.3 फीसदी का लगाया जा रहा है. कंपनियां अपने स्टाफ को ऊंचे हाइक देने की तैयारी में हैं. उन्हें अब भर्तियां करने और टैलेंट को फर्म में बनाए रखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्लोबल एडवाइजिंग, ब्रोकिंग और सॉल्यूशंस फर्म विलिस टावर्स की सैलरी बजट प्लानिंग रिपोर्ट के मुताबिक, वेतन में अगले साल 9.3 प्रतिशत बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है. 2021 में कंपनियों ने कर्मचारियों को आठ फीसदी तक हाइक दिया था.
सर्वे के अनुसार, एशिया-पेसिफिक में सबसे अधिक पे हाइक का अनुमान भारत में है. आने वाले 12 महीनों में कारोबार मजबूत होने की उम्मीद के बीच सकारात्मकता बढ़ी है.
सैलरी बजट प्लानिंग रिपोर्ट साल में दो बार होने वाला सर्वे है. इस साल यह मई और जून 2021 के बीच हुआ था. इसमें एशिया-पेसिफिक के 13 मार्केट्स की 1,405 कंपनियों ने हिस्सा लिया था. इनमें से 435 कंपनियां भारत की थीं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 52.5 प्रतिशत भारतीय फर्मों ने अगले 12 महीनों के लिए रेवेन्यू आउटलुक अच्छा दिया है. 2020 की चौथी तिमाही में 37 फीसदी ने फेवरेबल आउटलुक दिया था. इससे संकेत मिलते हैं कि अर्थव्यवस्था में अच्छी रिकवरी हुई है. ऐसे में हायरिंग बढ़ने की उम्मीदें और बढ़ जाती हैं.
सर्वे के अनुसार, 30 प्रतिशत कंपनियां ने अगले 12 महीनों में हायरिंग का अनुमान दिया था, जो 2020 की तुलना में तीन गुना है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इंजीनियरिंग (57.5%), इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी (53.4%), टेक्निकली स्किल्ड क्राफ्ट्स (34.2%) और सेल्स (34.2%) जैसे जरूरी क्षेत्रों में सबसे अधिक भर्तियां होने वाली हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश का वॉलेंटरी और इनवॉलेंटरी एट्रिशन रेट एशिया-पेसिफिक क्षेत्र के अन्य देशों से कम है. इसमें वॉलेंटरी 8.9 प्रतिशत और इनवॉलेंटरी 3.3 फीसदी है. साथ ही यह भी बताया गया है कि 2020 के दौरान हाई-टेक सेक्टर में वेतन 9.9 प्रतिशत, कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स और रिटेल सेक्टर में 9.5 पर्सेंट और मैन्युफैक्चरिंग में 9.3 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है.