रुपये में शुक्रवार को लगातार आठवें कारोबारी सत्र में मजबूती रही और यह चार महीने की ऊंचाई पर बंद हुआ. साल की शुरुआत में एशिया-प्रशांत की करेंसी के बीच रुपये का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में अभी तक रुपये में 0.4 फीसद की मजबूती आ चुकी है. शेयर बाजार में तेजी के रुख के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले छह पैसे चढ़कर 82.95 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों के बढ़ने तथा डॉलर के मजबूत होने की वजह से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लगा. उन्होंने कहा कि निवेशक शाम में जारी होने वाले मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों को लेकर भी थोड़े चिंतित थे.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.08 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला. कारोबार के दौरान यह 82.86 से 83.10 प्रति डॉलर के दायरे में रहा. अंत में घरेलू शेयर बाजार में भारी तेजी के रुख के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे की मजबूती के साथ 82.95 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बृहस्पतिवार को रुपया दो पैसे की तेजी के साथ 83.01 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. पिछले आठ कारोबारी सत्र में रुपये में 37 पैसे की मजबूती आई है. दो जनवरी को यह 83.32 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था.
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि मजबूत घरेलू बाजारों और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण रुपये में तेजी आई. हालांकि, पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के बीच कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने तेज बढ़त को सीमित कर दिया. इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 102.38 पर रहा.
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 2.95 प्रतिशत की तेजी के साथ 79.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 847.27 अंक की तेजी के साथ 72,568.45 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को 340.05 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.