Rooftop Solar Programme: क्या आप जानते हैं जिस छत के नीचे आप रह रहे हैं, उससे भी कमाई कर सकते हैं. जी हां, आप अपने घर की छत को भी कमाई का जरिया बना सकते हैं. दरअसल, नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रोग्राम इसमें आपकी मदद करेगा. इस प्रोग्राम के अंतर्गत, घर की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर बिजली बनाई जा सकती है और उसे बेचकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं. इस सोलर प्लांट के इंस्टॉलेशन पर आने वाला पूरा खर्च भी आपको नहीं उठाना होगा, इसके लिए सरकार की ओर से सब्सिडी मिलेगी.
आप अपने घर की छत, ग्रुप हाउसिंग, कार्यालय या कारखानों की छतों पर सोलर पैनल लगवा सकते हैं. इससे बिजली पर होने वाले खर्च को 30 से 50 प्रतिशत तक कम कर सकेंगे. 1 किलोवाट सौर ऊर्जा के लिए 10 वर्ग मीटर जगह की जरूरत होती है.
घर की छत की अगर बात करें, तो 3 किलोवाट के सोलर पैनल पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी और 3 किलोवाट के बाद 10 किलोवाट तक 20 प्रतिशत की सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा मिलेगी.
वहीं, अगर अपने ग्रुप हाउसिंग में सोलर पैनल लगवा रहे हैं, तो 500 किलोवाट तक के सोलर प्लांट को लगवाने पर 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी. ये सोलर प्लांट खुद लगा सकते हैं या रेस्को मॉडल (RESCO), जिसमें निवेश आपकी जगह डेवलपर करेगा सकते हैं.
आप अपने कार्यालय/कारखानों की छत पर भी खुद या रेस्को मॉडल के माध्यम से सोलर पैनल लगवा सकते हैं. बता दें, सोलर पैनल से बिजली 25 साल तक मिलेगी और इसको लगाने के खर्च का भुगतान 5-6 वर्षों में हो जायेगा.
इसके बाद अगले 19-20 साल तक आप सोलर बिजली का लाभ मुफ्त ले सकेंगे.
आप इस सोलर पैनल प्रोग्राम से पैसे भी कमा सकते हैं. इसके लिए आप अपनी छत पर लगे इस सोलर पैनल के जरिये जो बिजली उत्पन्न हो रही है, उसे बेचकर कमाई कर सकते हैं.
सोलर एनर्जी को बेचने के लिए, जिस भी एरिया में आप रह रहे हैं, वहां की बिजली वितरण कंपनी से संपर्क करना होगा. इस बिक्री के लिए उस डिस्कॉम के साथ एक एग्रीमेंट यानि समझौता किया जाएगा, जिसे पावर परचेज एग्रीमेंट कहा जाता है.
इसके बाद संबंधित कंपनी आपके घर आएगी और एक मीटर लगा देगी. इस मीटर के माध्यम से छत में लगे सोलर प्लांट से कितनी बिजली ग्रिड में सप्लाई हो रही है, उसका रिकॉर्ड दर्ज होगा.
हर महीने बिजली कंपनी मीटर में रिकॉर्ड यूनिट के आधार पर आपको पेमेंट करेगी। ये पेमेंट बिजली की कीमत के अनुसार राज्य में अलग-अलग हो सकती है.
सभी बिजली कंपनियों ने इसके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया भी जारी की है, तो रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के इच्छुक लोग ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं.
मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, वेंडर्स जो सोलर पैनल लगाएंगे उसका 5 साल तक का रखरखाव भी उसमें शामिल होगा.
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा इसके लिए ‘स्पिन’ (SPIN) वेब पोर्टल भी लॉन्च किया गया है. ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर फोटोवोल्टिक इंस्टॉलेशन डेटाबेस के प्रबंधन के लिए इसे लॉन्च किया गया है.
स्पिन का इस्तेमाल आप अपने फोन में उमंग एप इंस्टॉल करके भी कर सकते हैं. उमंग प्लेटफॉर्म पर आपको सोलर रूफटॉप कैलकुलेटर, एजेंसियों की सूची, इंस्टॉलेशन के लिए एप्लीकेशन, अधिसूचना, फीडबैक आदि मिलेगा.
दरअसल, पिछले 6-7 साल से देश में रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस बढ़ा है और सोलर बिजली का प्रोडक्शन बढ़ाने की दिशा में भी काफी प्रयास किये जा रहे हैं.
इसी दिशा में सरकार का ये रूफटॉप सोलर प्लांट आपको कमाई का मौका भी देगा और मुफ्त बिजली भी.