Real Estate: देश का रियल एस्टेट (Real Estate) बाजार एक बार फिर मजबूत होने लगा है. त्योहारी सीजन के पहले इस क्षेत्र के लिए यह अच्छी खबर है. देश की अर्थव्यवस्था के रफ्तार पकड़ते ही जुलाई-सितंबर तिमाही में रियल एस्टेट बाजार की बिक्री में 92 फीसदी की वृध्दि दर्ज की गई है. दरअसल ब्याज दरों में कमी, प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट, अर्थव्यवस्था में सुधार, महामारी के दौरान बचत और बाजार में अधिक मात्रा में संपत्ति के सृजन होने के कारण बिक्री में उछाल आया है.
नाइट फैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साल के शुरु के पहले नौ माह में आवासीय घरों की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है.
रिपोर्ट के अनुसार आवासीय घरों की बिक्री बढ़कर 64 हजार इकाई हो गई है जो पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही में 33 हजार 400 इकाई थी.
जेएलएल इंडिया कहता है कि देश के टॉप सात शहरों में भारतीय संपत्ति बाजार में सालाना आधार पर 124 फीसदी की वृद्धि हुई है. वहीं नाइट फैंक इंडिया की रिपोर्ट यह कहती है कि भारत के टॉप 8 शहरों में 92 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
बेंगलुरू, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक 21 फीसदी नए प्रोजेक्ट कम कीमत और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए लॉन्च किए गए हैं. नई परियोजनाओं को पूरा करने में बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद की हिस्सेदारी 73 फीसदी रही है.
इस प्रकार ऑफिस लीज पर लेने में भी वृद्धि दर्ज की गई है. नाइट फ्रैंक इंडिया के अनुसार इस कैलेंडर वर्ष की जुलाई-सितंबर अवधि में लीजिंग 168 फीसदी बढ़कर 12.5 मिलियन वर्ग फुट और नए ऑफिस का स्पेस स्तर 67 फीसदी बढ़कर 11.9 मिलियन वर्ग फुट हो गया है.
इसमें आईटी क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान रहा है. इस तेजी का कारण अर्थव्यवस्था का धीरे-धीरे पटरी पर लौटना और वर्क फ्रॉम होम से कर्मचारियों का वापस संस्थानों में लौटना माना जा रहा है.
रियल एस्टेट बाजार को इससे भी ज्यादा गति नए प्रोजेक्टस के लॉन्च होने के बाद मिलेगी. रियल एस्टेट से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले फेस्टिव सीजन में बाजार में नई परियोजनाओं को उतारे की तैयारी चल रही है.
इसके अलावा डेवलरपर द्वारा दी जाने वाली छूट, कम ब्याज दरें और कम दामों में प्रॉपर्टी मिलना इस क्षेत्र को नई दिशा देंगे और आने वाले महीनों में रियल एस्टेट सेक्टर को इससे भी ज्यादा मजबूती मिलेगी.
वहीं बढ़ता टीकाकरण, आईटी सेक्टर का अच्छा प्रदर्शन, मजबूत हायरिंग ऑफिस सेगमेंट के लिए शुभ संकेत हैं.