रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गर्वनर शक्तिकांत दास (SHAKTIKANTA DAS) ने बाजार के लिए बहुप्रतिक्षित RBI की CREDIT POLICY का आज ऐलान किया. इसके तहत उन्होंने कोई रेट कट नहीं किया है या कोई भी बदलाव नहीं किया हालांकि बाजार उनसे इसकी अपेक्षा भी कर रहा था. उन्होंने कहा कि सभी MPC सदस्य दरें बरकरार रखने के पक्ष में थे जिसकी वजह से आरबीआई द्वारा कोई भी बदलाव नहीं किया जा रहा है.
RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में GDP ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने GDP ग्रोथ का अनुमान 9.5% पर बरकार रखा है. RBI ने कहा कि जुलाई-सितंबर 2021 में GDP ग्रोथ 7.9%, अक्टूबर-दिसंबर 2021 में 6.8% और जनवरी-मार्च 2022 में 6.1% रह सकती है. RBI फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में रीयल GDP ग्रोथ 17.2% रहने का अनुमान जताया है. उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे महंगाई दर में कमी लाएंगे.
रिजर्व बैंक सेमी कंडक्टर की कमी, कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि और संभावित वैश्विक वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव को आर्थिक विकास के लिए नकारात्मक जोखिम के रूप में चिह्नित किया.
रेट-सेटिंग पैनल की तीन दिवसीय बैठक के बाद अपने संबोधन में, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अगस्त-सितंबर में कुल मांग में सुधार हुआ, और यह रेलवे माल यातायात ,बंदरगाह कार्गो; सीमेंट उत्पादन; बिजली की मांग; ई-वे बिल; जीएसटी और टोल वसूली जैसे उच्च आवृत्ति संकेतकों में परिलक्षित होता है.
उन्होंने कहा, ” वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में कोविड संक्रमण में कमी, उपभोक्ता विश्वास में सुधार के साथ साथ मांग में वृद्धि और त्योहारी सीजन में शहरी मांग में अधिक वृद्धि की संभावना है. इस के साथ ही खरीफ खाद्यान्न के रिकॉर्ड उत्पादन से ग्रामीण मांग को गति मिलने की उम्मीद है.
दास ने यह भी कहा कि जलाशयों के स्तर में सुधार और रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की जल्द घोषणा से रबी उत्पादन की संभावनाएं बढ़ी हैं. सरकारी खपत से कुल मांग को समर्थन भी गति पकड़ रहा है.
FY22 में महंगाई दर 5.3% रहने का अनुमान
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जुलाई-अगस्त में CPI इनफ्लेशन में नरमी आई है. डिमांड आउटलुक में सुधार हो रहा है. केंद्रीय बैंक ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI) का अनुमान 5.3% कर दिया है. अगस्त की पॉलिसी समीक्षा में RBI ने रिटेल महंगाई दर 5.7% रहने का अनुमान जताया था. फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की पहली तिमाही के लिए RBI ने रिटेल महंगाई दर का अनुमान 5.2% जताया है.
रिटेल महंगाई 4% के नीचे लाने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि RBI का रिटेल महंगाई 4% के नीचे लाने का लक्ष्य है. इस बीच देखा गया है कि कुछ बैंक दर बढ़ा रहे हैं, कुछ घटा भी रहे हैं. जहां महंगाई ज्यादा वहां ब्याज दरों में बढ़त दिखी है. शक्तिकांत दास ने कहा आरबीआई द्वारा घरेलू स्थितियों यानी कि अपने देश के हालात को देखते हुए उसके मद्देनजर पॉलिसी बनाई गई है. विश्व में क्या घट रहा है उससे प्रभावित हुए बगैर अपने देश की स्थितियों के अनुसार पॉलिसी बनाई गई है.